वॉशिंगटन: यूं तो जनवरी 2018 तक हमारे सौरमंडल के बाहर करीब 3,500 ग्रहों की खोज हो चुकी है और यह संख्या निरंतर बढ़ रही है, लेकिन पहली बार हमने अपनी आकाशगंगा मिल्की वे के बाहर के ग्रहों को भी खोज निकाला है। खगोलविदों ने NASA की चंद्र एक्सरे वेधशाला से प्राप्त डेटा के इस्तेमाल के जरिए पहली बार मिल्की वे से बाहर ग्रहों की खोज की है। अब हम अपनी आकाशगंगा के बाहर स्थित दो ग्रहों का पता लगाने में कामयाब हुए हैं। अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में यह एक बड़ी कामयाबी मानी जा रही है।
अमेरिका के ओकलाहोमा यूनिवर्सिटी के अनुसंधानकर्ताओं ने एक्स्ट्रागैलेटिक आकाशगंगाओं में वस्तुओं का पता लगाने के लिए माइक्रोलेंसिंग का इस्तेमाल किया। माइक्रोलेंसिंग एक खगोलीय चीज है, जिसका इस्तेमाल ग्रहों का पता लगाने के लिए किया जाता है। प्रोफेसर शिन्यू दाई और शोधार्थी एदुआर्डो ग्येरस ने नासा के चंद्र एक्सरे वेधशाला से प्राप्त आंकड़ों के जरिए यह खोज की। दाई ने कहा, ‘हम इस खोज को लेकर काफी उत्साहित हैं। यह पहला मौका है जब किसी ने हमारी आकाशगंगा से परे ग्रहों की खोज की है।’ ‘द एस्ट्रोफिजिकल जर्नल लेटर्स’ में इसके प्रकाशन तक अन्य आकाशगंगाओं में ग्रहों की उपस्थिति के संबंध में कोई साक्ष्य नहीं मिला है।
Image Source : University of OklahomaExoplanets beyond the Milky Way | Photo: University of Oklahoma
खोजे गए नए ग्रह। Photo: University of Oklahoma
ग्येरस ने बताया कि यह आकाशगंगा 3.8 अरब प्रकाशवर्ष दूर है। यानि कि यदि प्रकाश की रफ्तार से 3.8 अरब साल तक यात्रा की जाए तो हम इन ग्रहों तक पहुंच सकते हैं। इससे पहले 2010 में भी HIP 13044 b नाम का एक ग्रह खोजा गया था, जिसके बारे में दावा किया गया था कि यह ग्रह किसी दूसरी आकाशगंगा का है जिसे हमारी आकाशगंगा ने निगल लिया था। इस ग्रह के 2,000 प्रकाशवर्ष दूर स्थित होने की बात कही गई थी, लेकिन बाद में यह दावा झूठा निकला था। अभी हमारी आकाशगंगा में सबसे दूसर स्थित जिन दो ग्रहों, SWEEPS-04 और SWEEPS-11, के बारे में पता चला है वह हमसे लगभग 27,000 प्रकाशवर्ष की दूरी पर हैं।