ऑकलैंड। आईफोन के आईओएस ऑपरेटिंग सिस्टम पर चलने वाले टिंडर, स्पॉटीफाई और पिन्ट्रैस्ट जैसे एप यूजर्स को शुक्रवार को इन एप्स को खोलने में लगातार दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इन एप्स के लगातार क्रैश होने के पीछे फेसबुक के सॉफ्टवेयर किट को जिम्मेदार माना जा रहा है और यह एक बार फिर याद दिलाता है कि इस अत्याधुनिक सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर फेसबुक आपके फोन के जरिए आप पर नजर रख रहा है, तब भी जब आप सोशल नेटवर्क को ब्राउज नहीं कर रहे हैं।
शुक्रवार सुबह यूजर्स ने इन एप को खोलते ही उनके क्रैश हो जाने की शिकायत की थी। फेसबुक ने इस समस्या के लिए उसके सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट किट (एसडीके) में एक बग को बताया जिसे कुछ ही समय में ठीक कर दिया गया था। एसडीके ऐसा उपकरण है जिसका इस्तेमाल डेवलपर अपने एप को फेसबुक के साथ एकीकृत करने के लिए करते हैं। इन सभी एप में लॉग इन करने के लिए यूजर्स अपने फेसबुक एकाउंट से जुड़ी जानकारियों का उपयोग करते हैं। फेसबुक के अलावा गूगल, एप्पल और दूसरी कंपनियां भी सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट किट डेवलपर्स को उपलब्ध कराती हैं। इसके जरिए एप डेवलपर्स अपने एप से फेसबुक को डेटा भेजते हैं जो यह पता लगाता है कि यूजर्स इन एप्स पर क्या-क्या गतिविधि करते हैं।
यह जानकारी एप डेवलपर्स और फेसबुक दोनों के लिए उपयोगी है, जिससे वे यह समझ पाते हैं कि यूजर्स विज्ञापनों पर कैसे प्रतिक्रिया देते हैं, उनकी सेवा का उपयोग कैसे करते हैं और इस पर कितना समय खर्च करते हैं। मार्च में, वीडियो कॉलिंग सेवा जूम ने एसडीके का उपयोग करके फेसबुक के साथ यूजर्स की जानकारी साझा की थी जिसके लिए कैलिफोर्निया में उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। फेसबुक के एसडीके के कारण मई महीने में भी कई एप क्रैश हुए थे।
कंपनी ने शुक्रवार को अपने बयान में कहा कि फेसबुक के एसडीके का इस्तेमाल करने वाले कुछ आईओएस एप्स कोड में बदलाव के कारण क्रैश हुए। शुक्रवार को हुए क्रैश के दौरान कई यूजर्स फेसबुक का इस्तेमाल कर इन एप्स पर लॉगइन भी नहीं थे।