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Hindi News टेक न्यूज़ अब Facebook ने ईरान में की ‘सफाई’, इसलिए हटा दिए सैकड़ों अकाउंट

अब Facebook ने ईरान में की ‘सफाई’, इसलिए हटा दिए सैकड़ों अकाउंट

सोशल मीडिया दिग्गज Facebook ने ईरान के सैकड़ों ‘अपुष्ट’ अकाउंट्स को हटा दिया है।

Facebook removes hundreds of inauthentic accounts tied to Iran | Pixabay Representational Image- India TV Hindi Facebook removes hundreds of inauthentic accounts tied to Iran | Pixabay Representational Image

सान फ्रांसिस्को: सोशल मीडिया दिग्गज Facebook ने ईरान के सैकड़ों ‘अपुष्ट’ अकाउंट्स को हटा दिया है। ये अकाउंट्स 20 से ज्यादा देशों में ईरान के हितों का प्रचार करने के लिए चल रहे जोड़तोड़ अभियान का हिस्सा थे। कंपनी ने गुरुवार को कहा कि उसने ‘ईरान से संबद्ध अप्रमाणिक व्यवहार में संलिप्त होने के लिए’ 783 पेजों, समूहों और अकाउंट्स को हटा दिया है। फेसबुक में साइबर सुरक्षा नीति के प्रमुख नाथैनिएल ग्लीचर ने एक बयान में कहा कि ये पेज 20 विभिन्न देशों में ईरानी हितों का प्रचार करने के लिए चलाए जा रहे अभियानों का हिस्सा थे। इन पेजों को उन देशों के निवासियों के तौर पर फर्जी आईडी बनाकर चलाया जा रहा था।

फेसबुक ने फर्जी अकाउंट्स का इस्तेमाल कर सोशल नेटवर्क का अपने पक्ष में प्रचार करने के प्रयासों पर कार्रवाई की है। ग्लीचर ने कहा, ‘हम इस तरह की गतिविधि का पता लगाने और उसे रोकने के लिए लगातार काम कर रहे हैं क्योंकि हम नहीं चाहते कि हमारी सेवाओं का लोगों की राय बदलने के लिए जोड़तोड़ में इस्तेमाल किया जाए। हम इन पेजों, समूहों और अकाउंट्स को उनके व्यवहार के आधार पर हटा रहे हैं ना कि उनके द्वारा पोस्ट की सामग्री के आधार पर। इस मामले में लोगों ने अपने आप को गलत रूप से पेश करने के लिए फर्जी अकाउंट्स का इस्तेमाल किया।’

ग्लीचर ने बताया कि अकसर फर्जी अकाउंट्स का इस्तेमाल कर अपने आपको स्थानीय बताने वाले उपभोक्ताओं ने इस्राइल-फिलिस्तीन संबंध और सीरिया तथा यमन में संघर्ष जैसे विषयों पर ईरान की सरकारी मीडिया की खबरों को पोस्ट किया। उन्होंने कहा, ‘इस गतिविधि के पीछे के लोगों ने अपनी पहचान छिपाने की कोशिश की लेकिन हमने पाया कि ये अकाउंट्स ईरान से जुड़े हैं।’ 

फेसबुक ने कहा कि ये फर्जी अकाउंट्स अफगानिस्तान, अल्बानिया, अल्जीरिया, बहरीन, मिस्र, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, ईरान, इराक, इस्राइल, लीबिया, मैक्सिको, मोरक्को, पाकिस्तान, कतर, सऊदी अरब, सर्बिया, दक्षिण अफ्रीका, स्पेन, सूडान, सीरिया, ट्यूनीशिया, अमेरिका और यमन में चल रहे विचारों को प्रभावित करने के अभियान का हिस्सा थे।