बीजिंग: अपनी भारत यात्रा से कुछ दिन पहले चीन आए फेसबुक के प्रमुख मार्क जुकरबर्ग ने सिंघुआ विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों की सभा में 20 मिनट का भाषण मंदारिन (चीनी भाषा) में दिया। चीनी मूल की अमेरिकी महिला प्रिसिला चान से ब्याह रचाने वाले युवा अरबपति जुकरबर्ग ने 2010 में मंदारिन सीखने की ठानी थी। स्थानीय भाषा में उनका यह भाषण चीन के और अधिक लोगों को फेसबुक से जोड़ना है।
भाषण का वीडियो जुकरबर्ग ने फेसबुक पर किया साझा
इस भाषण के बाद उन्होंने फेसबुक पर अपने चाहने वालों के साथ बधाइयां साझा की और इस भाषण का एक वीडियो डाला। उसके नीचे लिखित में अंग्रेजी अनुवाद दिया गया। जुकरबर्ग ने कहा, मैंने अभी-अभी बीजिंग में सिंघुआ विश्वविद्यालय में अपनी ओर से पहली बार कोई भाषण चीनी भाषा में दिया - जिसका विषय था कि दुनिया को बदलने के लिए आप को अपने काम को मिशन के रूप में लेना क्यों ज़रूरी है।
जुकरबर्ग ने बताया कि उन्होंने फेसबुक के बारे में सोचना कैसे किया शुरू
जुकरबर्ग ने कहा कि वास्तव में यह किसी भी भाषा में उनका पहला व्याख्यान था जिसमें उन्होंने लोगों को यह बताया है कि उन्होंने फेसबुक, के मिशन के बारे में कैसे सोचना शुरू किया था। जुकरबर्ग पिछले साल से सिंघुआ स्कूल आफ इकोनॉमिक्स एंड मैनेजमेंट के संचालन मंडल के सदस्य हैं जिसे उन्होंने नवप्रवर्तन का एक बड़ा केंद्र बताया।
28 अक्टूबर को जुकरबर्ग आएंगे भारत
फेसबुक से दुनिया भर में 1.3 अरब लोग जुड़े हैं। वह 28 अक्तूबर को भारत आ रहे हैं और दिल्ली के भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान में एक खुली चर्चा में भाग लेंगे। भारत में फेसबुक का प्रयोग करने वालों की संख्या 13 करोड़ है जो अमेरिका के बाद इसके प्रयोगकर्ताओं का सबसे बड़ा आधार है। अब यह देखना दिलचस्प रहेगा कि क्या वे दिल्ली में हिंदी में भाषण देंगे।