...तो क्या फेसबुक ने पेरिस्कोप से मुकाबला करने के लिए किया यह बड़ा बदलाव?
फेसबुक टीम ने लाइव वीडियो ब्राडकॉस्टिंग में जो नए धांसू फीचर जोड़े हैं वह बेहतरीन बताए जा रहे हैं साथ ही लाइव वीडियो के क्षेत्र में सोशल मीडिया के दिग्गज इसे twitter vs facebook के मुकाबले की तरह देख रहे हैं, कहा जा रहा है कि फेसबुक ने यह बड़ा बदल
नई दिल्ली: फेसबुक टीम ने लाइव वीडियो ब्राडकॉस्टिंग में जो नए धांसू फीचर जोड़े हैं वह बेहतरीन बताए जा रहे हैं साथ ही लाइव वीडियो के क्षेत्र में सोशल मीडिया के दिग्गज इसे twitter vs facebook के मुकाबले की तरह देख रहे हैं, कहा जा रहा है कि फेसबुक ने यह बड़ा बदलाव ट़विटर के पेरिस्कोप के मुकाबले के चलते किया है।
दरअसल Twitter ने पिछले साल अपने लाइव स्ट्रीमिंग एप पेरिस्कोप का अधिग्रहण किया था। पिछले एक साल में Twitter का यह लाइव स्ट्रीमिंग एप लगभग 20 करोड़ स्ट्रीमिंग सेवा का प्रसारण कर चुका है। पिछले तीन माह में इसके प्रसारण की संख्या शुरुआती समय से काफी अधिक रही है। और ठीक एक साल पहले फेसबुक ने भी लाइव वीडियो प्रसारण की सुविधा शुरु की थी। इन सब बातों को देखते हुए अनुमान लगाया जा रहा है कि सोशल मीडिया पर लाइव वीडियो को लोग अधिक पसंद कर रहे हैं और इंगेजमेंट रेट काफी अधिक होने के चलते बाजार के प्रमुख खिलाडि़यों में प्रतियोगिता काफी कड़ी हो गई है।
लाइव वीडियो बाजार के प्रमुख खिलाड़ी
- Youtube कनेक्ट
- twitter पेरिस्कोप एप
- Facebook live video
लाइव वीडियो बाजार पर इन तीनों की पकड़ अन्य खिलाडि़यों से बेहतर है और आपसी प्रतियोगिता अगले कुछ सालों में और कड़ी होगी। लाइव वीडियो के क्षेत्र में बाजी कौन मारेगा फिलहाल इस पर कुछ कहना जल्दबाजी होगी। हालांकि देखा जाए तो twitter ने पेरिस्कोप का अधिग्रहण एक साल पहले अपने प्रमुख प्रतियोगी मीरकट के खिलाफ लांच किया था।
पेरिस्कोप बनाम फेसबुक
पेरिस्कोप की टीम जहां इस बात पर अधिक फोकस करती है कि वीडियो देखने में लगने वाला समय कितना है,वहीं फेसबुक लाइव वीडियो के साथ यूजर इंगजेमेट के साथ बेहतर फीलगुड देते हुए एक अभासी दुनिया में यूजर को कनेक्ट करने वाला फीलगुड देने पर ध्यान फोकस कर रहा है। लेकिन इन सब बातों के बीच लाइव वीडियो के क्षेत्र में Youtube कनेक्ट भी दमदार उपस्थिति बनाएं हुए है।
लाइव वीडियो बनाम सामान्य वीडियो,आखिर बाजार की डिमांड क्या ?
लेकिन इन सब बातों के साथ मीरकट टीम के उस बयान पर भी हमारा फोकस जाना चाहिए जो बताता है कि मोबाइल ब्राडकॉस्ट वीडियो के श्रेत्र में जैसी तेजी की उम्मीद वह कर रहे थे वैसे नजर नहीं आ रही है।इसलिए कंपनी का फोकर लाइव स्ट्रीमिंग वीडियो स्पेस पर फोकस ना होकर वीडियो सोशल नेटवर्क पर होगा। यह कोई सामान्य बात नहीं है टेक न्यूज वेबसाइट रिकोड के अनुसार मीरकट ने अपने शेयरधारको को अपने इस नए विजन के बारे में बता दिया है। गौरतलब है कि लाइव वीडियो स्ट्रीमिंग के लिए मीरकट की गिनती प्रारंभिग खिलाडि़यों में गिनी जाती हैं।
दूसरी तरफ फेसबुक पर सामान्य वीडियो और लाइव वीडियो दोनों का अपना महत्व है लेकिन फेसबुक टीम ने अपने डाटा की स्टडी करने के बाद पाया है कि लाइव ब्राडकॉस्ट वीडियो पर सामान्य वीडियो की अपेक्षा 10 गुना कमेंट आते हैं। सकेंत साफ है लाइव वीडियो पर लोग अधिक सहभागिता दिखाते हैं। साफ है सोशल मीडिया पर वीडियो अगले कुछ सालों में उत्प्रेरक की तरह होगा लेकिन बाजी किसके हाथ लगेगी यह तो देखने वाली बात होगी।