सैन फ्रांसिस्को: क्या आप भी फेसबुक पर ‘आप पिछले जन्म में क्या थे’, ‘आपकी शक्ल किस हॉलीवुड स्टार से मिलती है’, या ‘आपके पास आजके 20 साल बाद कितने पैसे होंगे’ जैसे गेम्स खेलते हैं तो सावधान हो जाएं। दरअसल, एक रिपोर्ट के मुताबिक ऐसे ही ऐप्स में से एक पर्सनैलिटी ऐप द्वारा इकट्ठा किया गया फेसबुक के 30 लाख से अधिक यूजर्स का डेटा लगभग 4 सालों तक हर किसी को डाउनलोड करने के लिए उपलब्ध रहा। न्यू साइंटिस्ट की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
कैंब्रिज विश्वविद्यालय के शिक्षाविदों द्वारा ये डेटा पर्सनलिटी क्विज ऐप 'मायपर्सनलिटी' के माध्यम से इकट्ठा किया गया था। रिपोर्ट में कहा गया है, ‘ये डेटा काफी संवेदनशील थे, क्योंकि यह फेसबुक यूजर्स की निजी जानकारी का खुलासा करते थे, जैसे कि मनोवैज्ञानिक जांच के नतीजे।’ रिपोर्ट में आगे कहा गया है, ‘इसे गुमनाम तरीके से संग्रहित और साझा किया जाना था, लेकिन खराब तरीके से सावधानी बरतने के कारण यह गुमनाम नहीं रहा।’ इन आंकड़ों पर कैंब्रिज विश्वविद्यालय के डेविड स्टिलवेल और माइकेल कोसिंस्की का नियंत्रण था।
ब्रिटेन की राजनीतिक सलाहकार कंपनी कैंब्रिज एनालिटिका घोटाले के सूत्रधार अलेक्जेंडर कोगन पहले इस परियोजना में शामिल थे। रिपोर्ट में कहा गया है, ‘कैब्रिज ऐनालिटिका की टीम ने साल 2013 में मायपर्सनैलिटी ऐप की टीम से डेटा हासिल करने के लिए संपर्क किया, लेकिन कंपनी की राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं के कारण आंकड़े मुहैया कराने से इनकार कर दिया गया।’ फेसबुक ने पिछले महीने 'मायपर्सनैलिटी' ऐप को अपने प्लेटफॉर्म से हटा दिया था और कहा था कि इस ऐप ने नीतियों का उल्लंघन किया है।