लंदन: कॉपीकैट नाम के एक मैलवेयर ने दुनिया भर के लगभग 1.4 करोड़ ऐंड्रॉयड स्मार्टफोन्स को प्रभावित किया। यही नहीं, इस मैलवेयर ने इनमें से लगभग 80 लाख स्मार्टफोन्स का रूट भी ऐक्सेस कर लिया। यह बड़ा खुलासा ऐंड्रॉयड स्मार्टफोन्स की सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठाता है। इन फोन्स का रूट ऐक्सेस हासिल कर इस मैलवेयर ने नकली ऐड रिवेनयू के जरिए लगभग 10 करोड़ रुपये की कमाई की। यह खुलासा इजरायल की एक IT सिक्यॉरिटी प्रोवाइडर कंपनी चेकपॉइंट ने किया है।
चेकपॉइंट ने एक ब्लॉग पोस्ट में कहा कि इस मॉलवेयर से सबसे ज्यादा दक्षिणपूर्व एशिया के यूजर्स प्रभावित हुए, जबकि अमेरिका में इसने 2,80,000 ऐंड्रॉयड यूजर्स को निशाना बनाया। इसमें कहा गया, ‘कॉपीकैट अटैक के पीछे किसका हाथ है, यह अभी साफ नहीं हो पाया है। लेकिन इसका मोबीसमर से कई संपर्क का पता चला है, जो चीन की एक ऐड नेटवर्क है।’ रिपोर्ट के मुताबिक, यह मॉलवेयर चीनी डिवाइसों को निशाना बनाने से बच रहा है, इससे यह संकेत मिलता है कि इसे विकसित करनेवाले चीन के हो सकते हैं। ऐसा करने के पीछे रिपोर्ट में यह कारण बताया गया कि इसके पीछे शामिल लोग नहीं चाहते होंगे कि स्थानीय कानून प्रवर्तन एजेंसियां इसकी जांच करें।
गौरतलब है कि यह मैलवेयर नया नहीं है, बल्कि 2 साल पहले भी गूगल ने प्ले स्टोर को इससे बचाने के लिए अपडेट जारी किया था। हालांकि यह एक थर्ड पार्टी ऐप है और थर्ड पार्टी ऐप्स पर गूगल प्ले स्टोर का उतना अख्तियार नहीं होता, इसलिए इसके सहारे ऐंड्रॉयड स्मार्टफोन्स को निशाना बनाया जाता है। चेक पॉइंट सिक्यॉरिटी फर्म के मुताबिक अभी तक इस बात का कोई सबूत नहीं मिला है कि कॉपीकैट गूगल प्ले स्टोर के माध्यम से फैला है।