नई दिल्ली: CMR इंडिया के ताजे आंकड़ों के मुताबिक चीनी कंपनियां तेजी से भारतीय मोबाइल फोन मार्केट पर कब्जा जमाती जा रही हैं। इन कंपनियों का रेवेन्यू किस तेजी से आगे बढ़ रहा है इस बात को इसी से समझा जा सकता है कि पिछले साल की पहली तिमाही के मुकाबले 2017 की पहली तिमाही में इन कंपनियों के रेवेन्यू में लगभग दोगुनी बढ़ोत्तरी हुई है।
चीनी स्मार्टफोन ब्रांड्स श्याओमी, विवो और ओपो जैसी चीनी कंपनियां तेजी से भारतीय बाजार में अपनी पैठ बढ़ा रही हैं। आज की बात करें तो भारत के 49 फीसदी मोबाइल हैंडसेट मार्केट पर चीनी कंपनियों का कब्जा हो चुका है। जिस तेजी से ये चीनी कंपनियां तरक्की कर रही हैं उससे स्वदेशी कंपनियां भारतीय हैंडसेट मार्केट से पूरी तरह साफ हो सकती हैं। हालत यह है कि आज टॉप 5 मोबाइल कंपनियों में एक भी भारतीय कंपनी नहीं है और टॉप पोजिशंस पर चीनी कंपनियें का कब्जा हो गया है।
हाल ही में खबर आई थी कि चीनी कंपनी श्याओमी ने सिर्फ 9 महीने में 40 लाख 3एस हैंडसेट्स बेचकर रिकॉर्ड बनाया था। इस समय Oppo और Vivo जैसी चीनी कंपनियां जिस तेजी से विस्तार कर रही हैं वह निश्चित रूप से भारतीय मोबाइल कंपनियों के लिए खतरे की घंटी है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि भारतीय कंपनियां अपनी रणनीति में बदलाव लाकर इस बड़े बाजार में टिकी रहती हैं या फिर इन चीनी कंपनियों के आगे घुटने टेक देंगी।