Fuel Pilferage Monitoring System: गाड़ियों में पेट्रोल और डीजल डलवाते समय कुछ लोगों को पेट्रोल पंप और तेल की क्वांटिटी पर आशंकाएं रहती है। इससे निपटने के लिए लोग राउंड फिगर में तेल नहीं डलवाते हैं। वहीं दूसरी तरफ कुछ वाहन मालिक गाड़ी की माइलेज के अनुसार तेल की चोरी हुई है या नहीं इसका अंदाजा लगाते हैं। पुणे की एक कंपनी को तेल की चोरी का पता लगाने के लिए इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस बनाने में कामयाबी मिली है। ट्रक मालिक इस फ्यूल पिलफ्रेज मॉनिटरिंग सिस्टम से आसानी से पेट्रोल पंप पर तेल की चोरी पकड़ सकते हैं।
तेल की चोरी पकड़ने के लिए फ्यूल पिलफ्रेज मॉनिटरिंग सिस्टम
तेल की चोरी पकड़ने के लिए फ्यूल पिलफ्रेज मॉनिटरिंग सिस्टम डिवाइस को बनाया गया है। इसे फ्यूल टैंक के बाहर फिट कर सेंसर के जरिए ट्रक ऑपरेटर्स और कोई भी वाहन मालिक पेट्रोल और डीजल की क्वांटिटी का पता लगा सकेंगे। इस डिवाइस को यूएस पेटेंट एंड ट्रेडमार्क की तरफ से पेटेंट किया गया है। फिलहाल इसे पर्सनल नहीं बल्कि कमर्शियल गाड़ियों के लिए बनाया गया है। इस से ट्रक ड्राइवर्स, फ्लीट ऑपरेटर्स और फ्यूल स्टेशंस के बीच पारदर्शिता लाने में मदद मिलेगी।
तेल की चोरी और फ्यूल के बारे में मिलेगी रियल टाइम जानकारी
यह एक ऐसा डिवाइस है जिसके जरिए वाहन मालिक कहीं भी दूर बैठे इस चीज का पता लगा सकते हैं कि गाड़ी में कितना पेट्रोल है। सेंसर के जरिए तेल की क्वांटिटी को रिकॉर्ड कर इसकी रियल टाइम जानकारी मोबाइल पर भेज पाना बेहद आसान है। इसके अलावा किस पेट्रोल पंप पर किस लोकेशन पर कितना पेट्रोल डलवाया गया है और इसकी कीमत से जुड़ी जानकारी भी आसानी से ट्रैक कर सकते हैं। कंपनी की ओर से दावा किया गया है कि इस डिवाइस के जरिए अभी तक 200000 लीटर से भी ज्यादा तेल की चोरी की जानकारी मिली है।
महिंद्रा की गाड़ियों में देखने को मिलेंगे ये डिवाइस
फ्यूल पिलफ्रेज मॉनिटरिंग सिस्टम बनाने वाली कंपनी और महिंद्रा के बीच करार होने के बाद यह डिवाइस आपको आगे चलकर इस कंपनी की ट्रक में देखने को मिल सकती है। इसके अलावा आइओसीएल और बीपीसीएल जैसी मशहूर कंपनियों से इस डिवाइस को लेकर बातें चल रही है। इसे पर्सनल और पैसेंजर दोनों ही विकल में आसानी से इंस्टॉल कर सकते हैं। इसे लगाने के लिए फ्यूल टैंक में किसी भी फेरबदल या छेद करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।