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Hindi News खेल अन्य खेल World Athletics Championship: भारत की पदक जीतने की उम्मीदों को फिर लगा झटका, फाइनल में 11वें स्थान पर रहे अविनाश साबले

World Athletics Championship: भारत की पदक जीतने की उम्मीदों को फिर लगा झटका, फाइनल में 11वें स्थान पर रहे अविनाश साबले

World Athletics Championship: इस बार विश्व चैंपियनशिप के इतिहास का सबसे धीमा 3000 मीटर स्टीपलचेज फाइनल रहा जिसमें तीनों पदक विजेताओं ने अपने सत्र और निजी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन से काफी अधिक समय लिया।

अविनाश साबले- India TV Hindi Image Source : TWITTER ANI अविनाश साबले

Highlights

  • अविनाश साबले विश्व चैंपियनशिप फाइनल के 11वें स्थान पर रहे
  • विश्व चैंपियशिप के इतिहास का सबसे धीमा फाइनल रहा
  • मुरली श्रीशंकर भी फाइनल राउंड में पदक से चूक गए थे

World Athletics Championship: भारतीय एथलीट अविनाश साबले यूजीन में जारी विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप (World Athletics Championship) के चौथे दिन निराशाजनक प्रदर्शन करते हुए पुरुष 3000 मीटर स्टीपलचेज स्पर्धा के फाइनल में 11वें स्थान पर रहे। 27 वर्षीय भारतीय धावक ने आठ मिनट 31.75 सेकेंड का समय लिया जो आठ मिनट 12.48 सेकेंड के उनके सत्र और निजी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के आसपास भी नहीं था। इससे पहले लॉन्ग जम्पर मुरली श्रीशंकर भी फाइनल राउंड में पदक जीतने से चूके थे।

चैंपियनशिप के इतिहास का सबसे धीमा फाइनल

अविनाश का व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी है। हालांकि इस बार विश्व चैंपियनशिप के इतिहास का सबसे धीमा 3000 मीटर स्टीपलचेज फाइनल रहा जिसमें तीनों पदक विजेताओं ने अपने सत्र और निजी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन से काफी अधिक समय लिया। धावकों ने पदक को ध्यान में रखते हुए रणनीति के साथ फाइनल में हिस्सा लिया। सात मिनट 58.28 सेकेंड का सत्र का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले मोरक्को के ओलंपिक चैंपियन सोफियान अल बक्काली ने आठ मिनट 25.13 सेकेंड के समय के साथ स्वर्ण पदक जीता। 

इथोपिया के लामेच गिरमा (सत्र का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन सात मिनट 58.68 सेकेंड) ने आठ मिनट 26.01 सेकेंड के समय से दूसरा स्थान हासिल किया। कीनिया के गत चैंपियन कोनसेसलस किप्रुतो (सत्र का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन आठ मिनट 8.76 सेकेंड) ने आठ मिनट 27.92 सेकेंड के समय के साथ कांस्य पदक अपने नाम किया। किप्रुतो ने पिछली चैंपियनशिप में आठ मिनट 1.35 सेकेंड के समय से स्वर्ण पदक जीता था। साबले ने आठ मिनट 18.75 सेकेंड के समय के साथ हीट नंबर तीन में तीसरे और कुल सातवें स्थान पर रहते हुए फाइनल में जगह बनाई थी। 

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इससे पहले दोहा में 2019 में हुई पिछली विश्व चैंपियनशिप में साबले उस समय के राष्ट्रीय रिकॉर्ड आठ मिनट 27.37 सेकेंड के समय से 13वें स्थान पर रहे थे। महाराष्ट्र के बीड जिले के गांव में रहने वाले भारतीय सेना से जुड़े साबले एक किमी की दूरी तय करने के बाद दो मिनट 59.46 सेकेंड के समय से 14वें स्थान पर चल रहे थे। वह दो किमी की दूरी तय करने तक भी इसी स्थान पर थे। अंतिम लैप में वह 12वें स्थान तक पहुंचने में सफल रहे जबकि अंतिम 100 मीटर में 11वें स्थान पर पहुंच गए और इसी स्थान पर स्पर्धा खत्म की।

सियाचिन में तैनात थे अविनाश साबले

एथलेटिक्स से जुड़ने से पहले सियाचिन में तैनात रहे भारतीय जवान अविनाश साबले ने हाल ही में कई बार राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ा। उन्होंने अपना निजी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन पिछले महीने रबात में प्रतिष्ठित डाइमंड लीग में पांचवें स्थान पर रहने के दौरान किया। इससे पहले एक अन्य एथलीट भारतीय लॉन्ग जम्पर मुरली श्रीशंकर भी फाइनल राउंड में पहुंचे थे लेकिन 7वें स्थान पर रहते हुए वह भी देश के लिए पदक नहीं जीत पाए थे।