हॉकी इंडिया लीग में नई भूमिका के लिए तैयार रानी रामपाल, कहा- मेरा अनुभव युवाओं के आएगा काम
हॉकी इंडिया महिला खिलाड़ियों के लिए हॉकी इंडिया लीग का आगाज करने जा रही है जिसमें रानी रामपाल सूरमा हॉकी क्लब टीम के मेंटर की भूमिका में नजर आएंगी।
हॉकी इंडिया लीग की 7 साल बाद वापसी होने जा रही है। इस बार पुरुष ही नहीं बल्कि महिला हॉकी खिलाड़ी भी लीग में शिरकत करती नजर आएंगी। यही वजह है कि स्टार भारतीय हॉकी खिलाड़ी रानी रामपाल महिला हॉकी इंडियन लीग के पहले सीजन अपना जलवा बिखेरने के लिए तैयार हैं। हालांकि महिलाओं की इस लीग में बतौर खिलाड़ी नहीं बल्कि मेंटरशिप की नई भूमिका में नजर आएंगी। रानी रामपाल ने बुधवार को इंडिया टीवी न्यूज से खास बातचीत में महिला हॉकी इंडियन लीग में अपनी नई भूमिका पर खुलकर बात की। पूर्व भारतीय कप्तान सूरमा हॉकी क्लब की मेंटर की भूमिका में नजर आएंगी।
रानी रामपाल के सामने बड़ी चुनौती
29 वर्षीय भारतीय फॉरवर्ड को 250 से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय खेलों का अनुभव है और अब वह अपने जीवन में एक नए अध्याय का आगाज करने जा रही हैं। उन्होंने हॉकी के मैदान पर कई खिताब अपने नाम किए और अब वह अपनी नई भूमिका के जरिए इस हॉकी को कुछ वापस देना चाहती हैं। इंडिया टीवी के स्पोर्ट्स एडिटर समीप राजगुरु से खास बातचीत में रानी ने कहा कि यह उनके लिए नई और चुनौतीपूर्ण भूमिका है, क्योंकि वह हमेशा से ही खिलाड़ी के अलावा अपने जीवन में नई चीजें तलाशना चाहती थी। उन्होंने कहा कि वह इस नई भूमिका में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की कोशिश करेंगी और युवाओं के साथ अपने अनुभव साझा करेंगी ताकि उन्हें उनके विकास में मदद मिल सके।
दो बार की एशियन गेम्स मेडलिस्ट ने महिला हॉकी लीग के बारे में भी बात की, जो संभावित रूप से युवा लड़कियों के लिए एक बेहतरीन मंच प्रदान करती है। भारत की राष्ट्रीय महिला हॉकी टीम ने हाल के वर्षों में संघर्ष किया है, लेकिन रानी ने खुलासा किया कि नई लीग इसे बदलने में बड़ी भूमिका निभाएगी। साथ ही उन्होंने इस सवाल का भी जवाब दिया कि वह इस लीग में क्यों बतौर खिलाड़ी नहीं बल्कि मेंटर के रुप में शिरकत करने जा रही हैं।
टीम के विकास में लीग की होगी अहम भूमिका
रानी ने कहा कि निश्चित रूप से उन्होंने एक खिलाड़ी के रूप में लीग में भाग लेने के बारे में सोचा था, लेकिन अब वह एक मेंटर के रूप में खेल से जुड़ी रहना चाहती हैं। रानी ने कहा कि उन्होंने एक खिलाड़ी के रूप में अपनी भूमिका पहले ही पूरी कर ली है, लेकिन अब यह देखने का समय है कि मैं इस मेंटरशिप भूमिका कैसे निभाती हैं। उन्होंने आगे कहा कि नए खिलाड़ियों को समर्थन की जरूरत होती है, ख़ास तौर पर इस लीग में नए उभरते खिलाड़ियों के लिए मानसिक समर्थन की। वह उनकी हर संभव मदद करने की कोशिश करेंगी जो इस खेल के लिए काफी अच्छा होगा।
रानी ने हॉकी इंडिया लीग की अहमियत पर जोर देते हुए कहा कि यह लीग भारतीय महिला हॉकी टीम के विकास में भी बड़ी भूमिका निभाएगी। इससे खेल का विकास होगा और हॉकी इंडिया को खिलाड़ियों का पूल बढ़ाने में मदद मिलेगी। यह युवा भारतीय लड़कियों के लिए एक बेहतरीन मंच प्रदान करेगा क्योंकि उन्हें अवसर मिलने पर अपनी प्रतिभा दिखाने की इच्छा होती है। अभी केवल चार टीमें हैं, लेकिन हमें उम्मीद है कि महिला हॉकी इंडिया लीग के भविष्य के संस्करणों में और भी टीमें शामिल होंगी।