भारतीय स्टार टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा और उनके क्रोएशियाई जोड़ीदार मेट पेविक विंबलडन के मिश्रित युगल के क्वॉर्टरफाइनल में पहुंच गए हैं। इस जोड़ी को रविवार को दूसरे दौर के मुकाबले में लतीशा चॉन और इवान डोडिग की जोड़ी से वॉकओवर मिला।
मिर्जा और पेविक की छठी वरीयता प्राप्त जोड़ी ने पहले दौर के मुकाबले में स्पेन के डेविड वेगा और जॉर्जिया की नतेला जालामीड्ज की जोड़ी को 6-4, 3-6, 7-6 (3) से हराया था। गौरतलब है कि सानिया को इससे पहले महिला युगल मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा था।
बता दें कि सानिया पहले ही घोषणा कर चुकी हैं कि यह सत्र उनका आखिरी होगा और इसके बाद वह संन्यास ले लेंगी। इस हिसाब से विंबलडन में सानिया आखिरी बार खेल रही हैं और ऐसे में वह इसे यादगार बनाना चाहेंगी।
मारिया 34 साल की उम्र में पहली बार ग्रैंड स्लैम के क्वार्टर फाइनल में
अन्य मुकाबले की बात करें तो 34 साल की तात्याना मारिया ने पहली बार ग्रैंड स्लैम क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई। मारिया ने दूसरे सेट में दो मैच अंक बचाए और 2017 की फ्रेंच ओपन चैंपियन येलेना ओस्टापेंको को महिला एकल के मुकाबले में हराया।
विश्व रैंकिंग में 103वें स्थान पर काबिज मारिया ने नंबर एक कोर्ट पर करीबी मुकाबले में 5-7, 7-5, 7-5 से जीत हासिल की। जर्मनी की यह खिलाड़ी एकल ड्रॉ में सबसे उम्रदराज महिला हैं। उन्होंने ओस्टापेंको के खिलाफ दूसरे सेट में 5-4 से पिछड़ने के बाद दो बार मैच प्वाइंट बचाया और फिर लात्विया की खिलाड़ी को पछाड़कर सेट जीता। ग्रैंड स्लैम में इससे पहले मारिया का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2015 में विम्बलडन के तीसरे दौर में पहुंचना था। वह अपने अंतिम आठ ग्रैंड स्लैम मुकाबलों में पहले दौर में हार गई थी।