डेविस कप टीम में सुमित नागल की वापसी, 11 साल बाद टीम को मिला नया कोच
सुमित नागल की डेविस कप की टीम वापसी हुई है। उन्होंने ग्रैंड स्लेम पर फोकस करने के कारण पाकिस्तान का दौरा करने से मना कर दिया था। वहीं डेविस कप के लिए रोहित राजपाल को कप्तान बनाया गया है।
भारत के टॉप सिंगल्स खिलाड़ी सुमित नागल ने स्वीडन के खिलाफ वर्ल्ड ग्रुप एक मुकाबले के लिए डेविस कप टीम में वापसी की है। यह मुकाबला 14-15 सितंबर को स्टॉकहोम में होने वाला है। हालांकि, युकी भांबरी ने इस महत्वपूर्ण मुकाबले से बाहर रहने का फैसला किया है, जिससे टीम में कुछ बदलाव देखने को मिलेंगे। सुमित नागल, जो हाल ही में फॉर्म में चल रहे हैं, टीम की अगुआई करेंगे। इससे पहले, नागल पाकिस्तान के खिलाफ हुए ऐतिहासिक मुकाबले में नहीं खेल पाए थे। वहीं, इस्लामाबाद में हुए उस मुकाबले में शशिकुमार मुकुंद भी शामिल नहीं हो पाए थे, और इस साल की शुरुआत में पाकिस्तान के खिलाफ खेलने से इनकार करने के कारण उन्हें दो मुकाबलों के लिए निलंबित किया गया था। इस कारण मुकुंद को इस बार भी टीम में जगह नहीं मिली।
इन खिलाड़ियों को मिला मौका
डेविस कप टीम में सुमित नागल के अलावा रामकुमार रामनाथन, एन श्रीराम बालाजी, निकी पूनाचा और पूर्व नेशनल चैंपियन सिद्धार्थ विश्वकर्मा भी शामिल हैं। आर्यन शाह को रिजर्व खिलाड़ी के रूप में चुना गया है। युकी भांबरी, जो रोहन बोपन्ना के संन्यास के बाद भारत के नंबर एक डबल्स खिलाड़ी हैं, उन्होंने इस मुकाबले से बाहर रहने का निर्णय लिया है। चयन समिति के अध्यक्ष नंदन बाल ने बताया कि युकी ने अपनी अनुपलब्धता का कोई कारण नहीं बताया है। हालांकि, एआईटीए (ऑल इंडिया टेनिस एसोसिएशन) के सूत्रों के अनुसार, युकी इस बात से खुश नहीं थे कि उन्हें पेरिस ओलंपिक के लिए नहीं चुना गया। यह भी बताया गया कि रोहन बोपन्ना ने बालाजी के साथ खेलने का फैसला किया था, और यह निर्णय पूरी तरह से उनका था।
रोहित राजपाल होंगे कप्तान
टीम के कप्तान रोहित राजपाल भी वापसी करेंगे, जो व्यक्तिगत कारणों से पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबले में नहीं खेल पाए थे। एआईटीए ने यह भी स्पष्ट किया कि वे विभिन्न संयोजनों को आजमाएंगे और यह देखेंगे कि टीम किस संयोजन के साथ बेहतर प्रदर्शन कर सकती है। जीशान अली के डेविस कप कोच के पद से इस्तीफा देने के बाद, नेशनल टीम के नए कोच के रूप में पूर्व नेशनल चैंपियन आशुतोष सिंह को नियुक्त किया गया है। एआईटीए के पास दिल्ली के खिलाड़ी आशुतोष सिंह और एम बालचंद्रन के रूप में दो विकल्प थे, लेकिन खिलाड़ियों के विचारों को ध्यान में रखते हुए आशुतोष सिंह को कोच चुना गया।
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