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पेरिस ओलंपिक 2024 के लिए सुरक्षा में इतने जवानों को किया गया तैनात, AI की भी ली जाएगी मदद

पेरिस ओलंपिक के लिए सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए हैं। सुरक्षा में पुलिस बल और सेना के जवानों को तैनात किया गया है। वहीं सेना की एक टुकड़ी को स्पेशल तौर पर तैयार किया गया है।

French soldiers And Olympics Rings- India TV Hindi Image Source : GETTY French soldiers And Olympics Rings

Paris Olympics 2024: पेरिस ओलंपिक की शुरुआत 26 जुलाई से हो रही है, इसका समापन 11 अगस्त को होगा। दुनिया भर के लगभग 10,500 खिलाड़ियों के साथ लाखों की संख्या में यहां आने वाले प्रशंसकों की सुरक्षा की सबसे बड़ी चुनौती होगी। इन खेलों पर साइबर हमलों का भी खतरा है। फ्रांस की राजधानी पेरिस में परिस्थितियां बदल गई हैं। सुरक्षा व्यवस्था को चाक चौबंद बनाने के लिए पुलिस के साथ सेना और एआई की मदद ली जा रही है।

सुरक्षा के लिए सेना की टुकड़ी है हरदम तैयार

पेरिस में पुलिस दल सड़कों पर गश्त कर रहे हैं। आसमान में लड़ाकू जेट विमान उड़ रहे और सेना की टुकड़ी को इस तरह से तैयार किया गया कि वे आपात स्थिति में किसी भी खेल स्थल या खेल गांव में आधे घंटे में पहुंच जाएं। उद्घाटन समारोह की मेजबानी करने वाले सीन नदी के किनारों को पहले खुला रखने की प्लान था, लेकिन अब दोनों किनारों पर सुरक्षा अवरोध लगाए जा रहे हैं। यूक्रेन तथा गाजा में चल रहे युद्ध और बढ़ते इंटरनेशनल तनाव के बीच पेरिस खेलों के लिए  45,000 पुलिस के साथ लगभग 10,000 सेना के जवानों को तैनात किया गया है। 

दूसरे विश्व युद्ध के बाद से पेरिस में सबसे बड़ा सैन्य शिविर है। सेंटिनेल नामक आतंकवाद विरोधी सैन्य बल के डिप्टी कमांडर जनरल एरिक चास्बोउफ ने कहा कि शुरुआत में आम लोगों के लिए हमें देखना बहुत अजीब था लेकिन अब यह सामान्य हो गया है। सुरक्षा को दुरुस्त करने के लिए राफेल युद्धक विमान के साथ हवाई क्षेत्र की निगरानी करने वाली एडब्ल्यूएसीएस निगरानी उड़ानें, रीपर निगरानी ड्रोन, शार्पशूटर से लैस हेलीकॉप्टर और ड्रोन को निष्क्रिय करने वाले उपकरण पेरिस के आसमान की निगरानी करेंगे।

सीन नदी के आसपास के एरिया को नो फ्लाई जोन घोषित किया जाएगा

ओपनिंग सेरेमनी के दौरान सीन नदी के आसपास 150 किलोमीटर एरिया को नो फ्लाई जोन करार दिया जाएगा। इसके साथ ही एआई सॉफ्टवेयर से लैस कैमरे भी किसी भी संभावित खतरे से निपटने में मदद करेंगे। इस मामले में फ्रांस को 40 से अधिक देशों से भी मदद मिल रही है, जिसने 1900 से अधिक पुलिस बल भेजे है। गृहमंत्री गेराल्ड डर्मैनिन ने कहा कि हम विशेष रूप से रूसी और बेलारूसी नागरिकों की गहन जांच कर रहे हैं। 155 लोगों को ‘बहुत खतरनाक’ और आतंकवादी स्तर खतरा माना जाता है। उन्हें उद्घाटन समारोह और खेलों से भी दूर रखा जा रहा है, पुलिस कुछ मामलों में हथियारों और उनके घरों तथा कम्प्यूटरों की तलाशी ले रही है।

(Input: PTI)

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