नीतू घनघस के बाद स्वीटी बोरा ने भी वर्ल्ड चैंपियनशिप में जीता गोल्ड, एक ही दिन में मिले दो मेडल
भारत ने वर्ल्ड चैंपियनशिप में एक ही दिन में दो गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है। नीतू घनघस के बाद अब स्वीटी बोरा ने भी अपने फाइनल मुकाबले को जीत लिया है।
Women's World Championships 2023: भारत की स्टार मुक्केबाज स्वीटी बोरा ने शनिवार को वर्ल्ड चैंपियनशिप में ने 81 किग्रा वर्ग के फाइनल में चीन की वांग लीना को हराकर गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिया। यह एक ही दिन में भारत का दूसरा गोल्ड मेडल है। इससे पहले नीतू घनघस (48 किग्रा) ने वर्ल्ड चैंपियनशिप के फाइनल में मंगोलिया की लुत्साइखान अल्तानसेटसेग को हराकर भारत के लिए पहला स्वर्ण पदक जीता था। अब भारत की झोली में दो गोल्ड मेडल हो चुके हैं। स्वीटी बोरा अब भारत के लिए वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड जीतने वाली 7वीं खिलाड़ी बन गई हैं।
एक ही दिन में दो गोल्ड
स्वीटी बोरा ने चीन की वांग लीना को 4-3 के अंतर से हराया। स्वीटी और वांग लीना के बीच पूरे मैच के दौरान कांटे की टक्कर थी, लेकिन भारतीय स्टार ने बाद में चीन की वांग लीना को एक अंक के अंतर से हरा दिया। भारत के लिए यह गर्व का विषय है कि वर्ल्ड चैंपियनशिप में भारतीय खिलाड़ियों ने एक ही दिन में दो गोल्ड मेडल जीत लिए। इससे पहले खेले गए एक अन्य फाइनल मैच में कॉमनवेल्थ खेलों की स्वर्ण पदक विजेता नीतू घनघस ने मंगोलिया की लुत्साइखान अल्तानसेटसेग को 5-0 के अंतर से हराया था।
ये खिलाड़ी जीत चुके हैं गोल्ड
मैरी कॉम (2002, 2005, 2006, 2008, 2010 और 2018), सरिता देवी (2006), जेनी आरएल (2006), लेखा केसी (2006), और निकहत ज़रीन (2022) के बाद नीतू घनघस और स्वीटी बोरा ऐसा करने वाली छठी और सातवीं भारतीय खिलाड़ी बनी हैं। नीतू और स्वीटी के साथ, भारत के दो अन्य स्टार मुक्केबाजों ने भी इस आयोजन के फाइनल में जगह बनाई है। निकहत जरीन (50 किग्रा) ने रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता कोलंबिया की इंग्रिट वालेंसिया को 5-0 से हराया और लवलीना बोरगोहेन (75 किग्रा) ने चीन की ली कियान को 4-1 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया है। जबकि स्वीटी बूरा (81 किग्रा) ऑस्ट्रेलिया की सू-एम्मा ग्रीनट्री को 4-3 से हराकर फाइनल में जगह बनाई थी।
भारत के पास 2 अन्य गोल्ड जीतने का मौका
फाइनल में निकहत का सामना दो बार की एशियाई चैंपियन वियतनाम की गुयेन थी टैम से होगा। रविवार को फाइनल में लवलीना का सामना ऑस्ट्रेलिया की कैटलिन पार्कर से होगा। कुल मिलाकर देखा जाए तो भारत अभी भी इस टूर्नामेंट में दो और स्वर्ण पदक अरने नाम कर सकता है। भारत की बेटियों ने हमेशा से इस बड़े टूर्नामेंट में अपने देश का नाम ऊंचा किया है।