सात्विक-चिराग ने आखिरकार 52 साल बाद रचा इतिहास, एशियन चैंपियनशिप में लहराया तिरंगा; जीता गोल्ड मेडल
सात्विक साइराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी ने 52 साल का इंतजार खत्म करते हुए एशियाई बैडमिंटन चैम्पियनशिप में भारत को मेंस डब्लस में गोल्ड मेडल दिलाया।
सात्विक साइराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी ने 52 साल का इंतजार खत्म करते हुए एशियाई बैडमिंटन चैम्पियनशिप में भारत को मेंस डब्लस में गोल्ड मेडल दिलाया। वर्ल्ड चैम्पियनशिप 2022 ब्रांज मेडल विजेता जोड़ी ने पहला गेम हारने के बाद शानदार वापसी करते हुए मलेशिया के ओंग यू सिन और तियो ई यि को हराया।
52 साल बाद रचा इतिहास
सात्विक साइराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी को पहले गेम में हार का सामना करना पड़ा, लेकिन इसके बाद टीम ने धमाकेदार वापसी की। सात्विक-शेट्टी की जोड़ी ने मलेशिया के ओंग यू सिन और तियो ई यि को 16-21, 21-17, 21-19 से पटखनी दी। इससे पहले इस चैम्पियनशिप में भारत के लिए गोल्ड मेडल सिर्फ दिनेश खन्ना ने जीता था जब उन्होंने 1965 में लखनऊ में थाईलैंड के सांगोब रत्तनुसोर्न को मेंस सिंग्लस के फाइनल में हराया था। इससे पहले इस चैम्पियनशिप में भारतीय मेंस डब्लस टीम का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कांस्य पदक रहा है जो 1971 में दीपू घोष और रमन घोष ने जीता था।
बासेल में स्विस ओपन सुपर 300 खिताब जीतने वाले सात्विक और चिराग ने पहला गेम गंवाने के बावजूद जुझारूपन नहीं छोड़ा और दूसरे गेम में 7-13 से तथा तीसरे गेम में 11-15 से पिछड़ने के बाद वापसी की। इस जोड़ी का यह सीजन का दूसरा खिताब है। उन्होंने पिछले साल कॉमनवेल्थ गेम्स और बीडब्ल्यूएफ टूर पर पांच करियर खिताब जीते थे।
खिताब के बाद दिया ये बयान
चिराग शेट्टी ने कहा कि मैं सातवें आसमान पर हूं। मैंने और सात्विक ने इस पदक के लिए काफी मेहनत की थी। मुझे खुशी है कि हमने खिताब जीता। मैं सभी को धन्यवाद देना चाहूंगा जिन्होंने हमारी हौसलाअफजाई की। सात्विक ने कहा कि पहली बार यह टूर्नामेंट जीतकर अच्छा लग रहा है। मुझे यकीन है कि भविष्य में और खिताब जीतेंगे। भारत का परचम लहराने के लिए मेहनत करते रहेंगे। अमलापुरम के 22 साल के सात्विक और मुंबई के 25 साल के चिराग ने बेहद आक्रामक खेल दिखाया। पहला गेम बराबरी का था जिसमें मलेशियाई जोड़ी भारी पड़ी।
पिछड़ने के बाद की वापसी
दूसरे गेम में भी मलेशियाई जोड़ी ने बढ़त बना ली थी। 8-13 से पिछड़ने के बाद भारतीय जोड़ी ने वापसी की। तियो की गलती पर सात्विक ने बैकहैंड पर जबर्दस्त स्मैश लगाकर मैच का रूख पलटा। डिसाइडर गेम में मलेशियाई जोड़ी का तकनीकी कौशल काबिले तारीफ था, जिन्होंने 11-8 की बढत भी बना ली। भारतीय जोड़ी ने अंतर 14-15 का किया और फिर 17-16 से आगे हो गए। बैकहैंड पर चिराग के स्मैश पर भारतीय जोड़ी ने मुकाबला अपने नाम किया।