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Hindi News खेल अन्य खेल दूसरे वर्ल्ड चैंपियनशिप मेडल के करीब सात्विक-चिराग की जोड़ी, कटाया अंतिम 16 का टिकट

दूसरे वर्ल्ड चैंपियनशिप मेडल के करीब सात्विक-चिराग की जोड़ी, कटाया अंतिम 16 का टिकट

सात्विक-चिराग की वर्ल्ड नंबर 2 जोड़ी बैडमिंटन वर्ल्ड चैंपियनशिप के राउंड ऑफ 16 में पहुंच चुकी है। दोनों खिलाड़ियों ने सीधे सेटों में अपना मैच जीत लिया।

Satwik Sairaj Rankireddy and Chirag Shetty - India TV Hindi Image Source : GETTY Satwik Sairaj Rankireddy and Chirag Shetty

BWF World Championship: दुनियाभर के टॉप शटलर्स इस वक्त वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप में एक-दूसरे का सामना कर रहे हैं। इस टूर्नामेंट से भारत की पीवी सिंधु और किदांबी श्रीकांत हारकर बाहर हो गए। लेकिन बुधवार को टूर्नामेंट से भारत के लिए अच्छी खबरें भी सामने आईं। बता दें कि भारत की स्टार डबल्स जोड़ी सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी इस टूर्नामेंट के राउंड ऑफ 16 में पहुंच गए हैं।

वर्ल्ड चैंपियनशिप से आई अच्छी खबर 

भारत के सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी ने केनेथ झे हुई चू और मिंग चुएन लिम की ऑस्ट्रेलियाई जोड़ी पर सीधे गेम में जीत दर्ज कर वर्ल्ड बैडमिंटन चैम्पियनशिप के प्री क्वार्टरफाइनल में जगह बनाई। इसके अलावा त्रिसा जॉली और गायत्री गोपीचंद की जोड़ी ने मजबूत प्रदर्शन करते हुए चीनी ताइपे की चांग चिंग हुई और यांग चिन टुन की जोड़ी पर सीधे गेम में जीत दर्ज कर महिला युगल वर्ग के तीसरे दौर में प्रवेश किया। सात्विक और चिराग की दुनिया की दूसरे नंबर की जोड़ी ने पिछले चरण में पहला कांस्य पदक जीता था। उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई प्रतिद्वंद्वियों को 30 मिनट में 21-16 21-9 से शिकस्त दी। 

इंडोनेशिया की जोड़ी से होगा सामना

कॉमनवेल्थ गेम्स की मौजूदा चैम्पियन जोड़ी का सामना अब इंडोनेशिया के लियो रॉली कार्नांडो और डेनियल मार्तिन की 10वीं वरीय जोड़ी से होगा। इससे पहले गायत्री और त्रिसा की दुनिया की 19वें नंबर की जोड़ी को पहले दौर में बाई मिली थी। उन्होंने 37वीं रैंकिंग पर काबिज चांग और यांग की जोड़ी को 38 मिनट में 21-18 21-10 में हराया। यह भारतीय जोड़ी ऑल इंग्लैंड चैम्पियनशिप के पिछले दो चरण के सेमीफाइनल में पहुंची थी और अब उनका सामना अगले दौर में चीन की चेन किंग चेन और जिया यि फान की शीर्ष वरीय जोड़ी से होगा। त्रिसा और गायत्री पहले 2-5 से पिछड़ रही थी लेकिन जल्द ही उन्होंने रैली के जरिेए अपने प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ गलतियां कम करते हुए 8-6 से बढ़त बना ली। 

दोनों गेम में किया कमाल

चांग और यांग हालांकि 8-8 की बराबरी पर आ गईं लेकिन भारतीय जोड़ी ताइवान की जोड़ी के नेट पर शॉट लगाने से ब्रेक तक 11-9 से आगे हो गई। ब्रेक के बाद त्रिसा और गायत्री 14-11 से बढ़त बनाए थीं। तभी त्रिसा ने कुछ गलतियां कर दी लेकिन भारतीय जोड़ी चांग और यांग की सर्विस गलती से चार गेम प्वाइंट हासिल करने में सफल रहीं। यांग के शॉट के नेट पर जाने से भारतीय जोड़ी ने गेम अपने नाम किया। दूसरे गेम में भारतीय जोड़ी ने यही लय बनाए रखी और एक समय 8-5 से आगे चल रही थीं। एक ताकतवर सर्व से भारतीयों ने ब्रेक तक तीन अंक की बढ़त बनाए रखी। गायत्री और त्रिसा जल्द ही 14-8 से आगे हो गईं। 

उन्हें ऊंचाई के कारण सर्विस की गलती के लिए बुलाया गया लेकिन इसका कोई असर नहीं पड़ा और उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी को गलतियों की वजह से 19-10 से बढ़त बना ली। यांग के फोरहैंड के नेट में जाने से भारतीय जोड़ी 10 मैच प्वाइंट से आगे थे और फिर प्रतिद्वंद्वी के वाइड जाने से मैच जीत लिया।