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महिला साइकिलिस्ट का कोच पर 'गलत व्यवहार' का आरोप, SAI ने टीम को स्लोवेनिया से वापस लौटने का दिया आदेश

साइ ने एक महिला साइकिलिस्ट द्वारा मुख्य कोच आर के शर्मा पर ‘गलत व्यवहार’ का आरोप लगाने के बाद स्लोवेनिया गई पूरी भारतीय टीम को समय से पहले वापस बुलाने का फैसला किया है। भारतीय टीम में पांच पुरुष और एक महिला साइकिल चालक शामिल हैं। 

<p>Cyclists</p>- India TV Hindi Image Source : AP Cyclists

Highlights

  • SAI ने वक्त से पहले भारतीय साइकिलिंग टीम को बुलाया वापस
  • महिला साइकिलिस्ट का कोच पर 'गलत व्यवहार' के आरोप के बाद टीम की घर वापसी
  • कोच आर के शर्मा पर लगाया गया 'अनुचित व्यवहार' का आरोप

भारतीय साइकिलिंग टीम के एक कोच पर ‘गलत हरकत’ करने के आरोप के दो साइड इफेक्ट हुए। पहला, विदेशी जमीन पर देश का नाम खराब हुआ और दूसरा, इसने टीम की तैयारी और बेहतरीन प्रदर्शन करके अपना नाम बनाने की योजना पर भी पानी फेर दिया। भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) ने एक महिला साइकिलिस्ट द्वारा मुख्य कोच आर के शर्मा पर ‘अनुचित व्यवहार’ का आरोप लगाने के बाद एक बड़ा फैसला किया है। उसने प्रशिक्षण और प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए स्लोवेनिया गई पूरी भारतीय टीम को वापस बुलाने का फैसला किया है। भारतीय टीम में पांच पुरुष और एक महिला साइकिल चालक शामिल हैं।

कोच पर ‘गलत हरकत’ के आरोप से टीम की समय से पहले घर वापसी

भारतीय साइकिलिंग टीम 15 मई को स्लोवेनिया गयी थी और उसे 14 जून को वापस लौटना था। साइ ने आरोप लगाने वाली साइकिलिस्ट को पहले ही वापस बुला लिया है और मामले की जांच के लिए समिति भी गठित की है। भारतीय साइकिल महासंघ के अध्यक्ष ओंकार सिंह ने बताया कि साइ ने मौजूदा दौरे को बीच में ही खत्म करने का फैसला किया है। सिंह ने कहा, ‘‘साइ के अधिकारी ने आज सुबह सीएफआई को बताया कि कोच आरके शर्मा सहित पूरे दल को स्लोवेनिया से तुरंत वापस बुलाया जाएगा।’’ स्लोवेनिया का यह दौरा 18 से 22 जून तक राष्ट्रीय राजधानी में होने वाली एशियाई ट्रैक साइकिलिंग चैंपियनशिप के लिये भारतीय टीम की तैयारियों में मदद करने के लिये आयोजित किया गया था।

क्या है कोच के ‘गलत व्यवहार’ का पूरा मामला?

महिला साइकिलिस्ट ने स्लोवेनिया में मौजूदगी के दौरान साइ को कोच के अनुचित व्यवहार के बारे में फेडरेशन को बताया था। बकौल साइकिल्सट, उसे अपनी जान के खतरे का डर था। बाद में, साइ ने बयान जारी कर कहा कि उसने खिलाड़ी की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिये उसे वापस बुला लिया है। महिला साइकिलिस्ट ने दावा किया था कि कोच ने उसे इस बहाने होटल का कमरा साझा करने के लिए मजबूर किया कि रहने की व्यवस्था एक कमरे में दो लोगों को ठहराने के आधार पर की गई है। साइ ने इस खिलाड़ी के अनुरोध पर बाद में उसके लिये अलग कमरे की व्यवस्था की, लेकिन विरोध करने के कारण कोच उसे टीम के अन्य सदस्यों के साथ एक कार्यक्रम के लिए जर्मनी नहीं ले गया। शिकायत में कहा गया है कि कोच ने साइकिल चालक को धमकी दी कि अगर वह उसके साथ नहीं सोएगी तो वह उसे राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र (एनसीओई) से हटाकर उसका करियर बर्बाद कर देगा। वह टीम में शामिल अकेली महिला सदस्य थी। साइ के मुताबिक, उसके लिए अलग कमरे की व्यवस्था की गई थी।