भारत की दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधू ने गुरुवार को यहां ग्रुप ए के अपने दूसरे मैच में जर्मनी की यवोनी ली को सीधे गेम में हराकर बीडब्ल्यूएफ विश्व टूर फाइनल्स बैडमिंटन टूर्नामेंट के नॉकआउट चरण में जगह बनाई। इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट को 2018 में जीतने वाली एकमात्र भारतीय 26 साल की सिंधू ने दुनिया की 23वें नंबर की खिलाड़ी ली को 31 मिनट में 21-10, 21-13 से शिकस्त दी। गत विश्व चैंपियन सिंधू अपने अंतिम ग्रुप मैच में शीर्ष वरीय थाईलैंड की पोर्नपावी चोचुवोंग से भिड़ेंगी।
एशेज सीरीज में डेविड वार्नर को हल्के में नहीं लेंगे जेम्स एंडरसन मैच में सिंधू अच्छी लय में दिखी और उन्होंने अपनी प्रतिद्वंद्वी को छोटी रैली में उलझाते हुए जल्द ही 5-1 की बढ़त बना ली। भारतीय खिलाड़ी ब्रेक के समय 11-5 से आगे थी। सिंधू ने कोण लेते रिटर्न से विरोधी खिलाड़ी को परेशान किया। उन्होंने दमदार स्मैश के साथ 10 अंक की बढ़त बनाई और फिर नेट पर शानदार शॉट के साथ पहला गेम जीत लिया। ली ने दूसरे गेम में बेहतर प्रदर्शन किया लेकिन इसके बावजूद सिंधू ब्रेक तक 11-8 की बढ़त बनाने में सफल रहीं। सिंधू ने इसके बाद स्मैश से अंक जुटाए और ली के बाहर शॉट मारने पर सात मैच प्वाइंट हासिल किए। ली ने इसके बाद एक और शॉट बाहर मारकर मुकाबला सिंधू की झोली में डाल दिया।
वहीं साल 2014 में इस टूर्नामेंट के नॉकआउट चरण में जगह बनाने वाले दुनिया के 14वें नंबर के खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत की अगले राउंड में जगह बनाने की उम्मीदों को झटका लगा जब उन्हें पुरुष सिंगल्स के अपने दूसरे ग्रुप बी मैच में तीन बार के जूनियर विश्व चैंपियन थाईलैंड के कुंलावुत वितिदसर्न के खिलाफ सीधे गेम में 18-21, 7-21 से शिकस्त झेलनी पड़ी। इससे पहले महिला डबल्स में अश्विनी पोनप्पा और एन सिक्की रेड्डी को लगातार दूसरी हार का सामना करना पड़ा। उन्हें बुल्गारिया की गैब्रिएला स्टोएवा और स्टेफानी स्टोएवा ने 21-19, 22-20 से मात दी । इस हार के साथ भारतीय जोड़ी की नॉकआउट में जगह बनाने की उम्मीद भी खत्म हो गई। जबकि पुरूष डबल्स में सात्विकसाइराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी ने शीर्ष वरीयता प्राप्त इंडोनेशिया के मार्कस फर्नाल्डी गिडियोन और केविन संजय एस को वॉकओवर दे दिया। सात्विक के घुटने में दर्द के कारण दोनों ने टूर्नामेंट में आगे नहीं खेलने का फैसला किया।