भारतीय महिला मुक्केबाज निकहत जरीन ने हाल ही में इंस्तांबुल में समाप्त हुए वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में इतिहास रचते हुए गोल्डेन पंच लगाया था और स्वर्ण पदक अपने नाम किया था। उनके अलावा भारत की दो अन्य महिला मुक्केबाज परवीन हुड्डा और मनीषा मौन ने कांस्य पदक जीते थे। बुधवार 1 जून को पीएम मोदी ने इन तीनों महिला मुक्केबाजों से मुलाकात की। रात को पीएम ने अपने ट्विटर अकाउंट पर फोटो ट्वीट करते हुए तीनों के उज्जवल भविष्य की कामना भी की।
पीएम नरेंद्र मोदी ने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट पर तीनों महिला मुक्केबाजों के साथ फोटो शेयर करते हुए लिखा कि,'मुक्केबाज निकहत जरीन, मनीषा मौन और परवीन हुड्डा से मिलकर अच्छा लगा जिन्होंने भारत को वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में गौरवान्वित किया था। उनकी लाइफ जर्नी और खेल के प्रति उनके जुनून के अलावा उनकी जिंदगी की अन्य बातों पर हमने बातचीत की। उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं।'
निकहत और मनीषा ने भी किए पोस्ट
पीएम मोदी से मुलाकात के बाद बॉक्सर निकहत जरीन और मनीषा मौन ने भी अपने-अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर पोस्ट किए। निकहत ने पीएम के साथ सेल्फी पोस्ट करते हुए लिखा कि, रिस्पेक्टेड पीएम मोदी से मुलाकात करना सम्मान की बात है। वहीं मनीषा ने भी पीएम के साथ अपनी सेल्फी पोस्ट की और लिखा, मेरे लिए पीएम मोदी से मुलाकात करना सम्मान की बात रही। आपकी शुभकामनाओं और समर्थन केलिए धन्यवाद।
इंस्तांबुल में भारत की तीन लड़कियों ने लहराया था तिरंग
इंस्तांबुल में आयोजित हुई वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में निकहत जरीन छह बार की चैंपियन एमसी मैरीकोम (2002, 2005, 2006, 2008, 2010 और 2018), सरिता देवी (2006), जेनी आरएल (2006) और लेखा केसी के बाद इस टूर्नामेंट में गोल्ड मेडल जीतने वाली पांचवीं महिला मुक्केबाज बनी थीं। उधर मनीषा मौन (57 किग्रा) और डेब्यूटेंट परवीन हुड्डा (63 किग्रा) ने कांस्य पदक जीतकर देश का गौरव बढ़ाया था। इस टूर्नामेंट में भारत के 12 सदस्यीय दल ने हिस्सा लिया था।
भारत के पदकों की संख्या में पिछले टूर्नामेंट की तुलना में एक पदक की गिरावट आई लेकिन चार साल बाद कोई भारतीय मुक्केबाज विश्व चैंपियन बनीं हैं। इससे पहले मैरीकॉम ने 2018 में भारत के लिए पिछला स्वर्ण पदक जीता था। फाइनल मुकाबले में 25 वर्षीय निकहत ने थाईलैंड की जिटपोंग जुटामस को 5-0 से हराकर इतिहास रचा।