Paris Olympics: पहले अमित रोहिदास और अब विनेश फोगाट, कहीं कोई साजिश तो नहीं?
पेरिस ओलंपिक में 7 अगस्त की सुबह 140 करोड़ भारतीयों के दिल तोड़ने वाली खबर सामने आई। एक दिन पहले जिस विनेश ने रेसलिंग के फाइनल में पहुंचकर इतिहास रचा था तो उसे अयोग्य घोषित कर दिया गया। विनेश का वजन तय मानक से 100 ग्राम ज्यादा पाया गया।
पेरिस ओलंपिक में 7 अगस्त की तारीख भारत के लिए बुरी खबर लेकर आई। गोल्ड मेडल की दावेदार महिला रेसलर विनेश फोगाट को अयोग्य घोषित कर दिया गया जिसके चलते वह मेडल की रेस से बाहर हो गई। इससे पहले विनेश ने क्यूबा की रेसलर को हराकर फाइनल का टिकट हासिल किया था। लेकिन गोल्ड मेडल मैच में उतरने से पहले ही विनेश का भारत के लिए सोना जीतने का सपना चकनाचूर हो गया। एक दिन पहले विनेश ने ओलंपिक फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनकर इतिहास रचा था। सुबह तक उनका कम से कम सिल्वर मेडल पक्का लग रहा था लेकिन अब वह बिना किसी मेडल के लौटेंगी।
विनेश इस बार 50 किग्रो भार वर्ग में हिस्सा ले रही थी लेकिन उनका वजन तय सीमा से 100 ग्राम ज्यादा पाया गया जिसके कारण उन्हें फाइनल मैच से पहले अयोग्य करार दे दिया गया। इस खबर के सामने आते ही विनेश की नहीं उन 140 करोड़ भारतीयों का दिल टूट गया जो अपनी रेसलर से गोल्ड मेडल की आस लगाए बैठे थे।
भारतीय बॉक्सर ने लगाया साजिश का आरोप
इस बीच भारत के दिग्गज मुक्केबाज विजेंदर सिंह ने आरोप लगाया है कि ओलंपिक से पहलवान विनेश फोगाट को अयोग्य करार दिया जाना एक साजिश भी हो सकती है। विजेंदर सिंह ने पीटीआई से कहा कि विनेश जैसे एलीट खिलाड़ियों को बड़े टूर्नामेंटों से पहले वजन कम करने की तकनीक बखूबी आती है। ओलंपिक मेडल जीतने वाले भारत के पहले और इकलौते मुक्केबाज विजेंदर ने कहा कि यह हैरान करने वाला हे कि विनेश (50 किलो) का वजन ओलंपिक फाइनल से पहले महज 100 ग्राम ज्यादा निकला।
विजेंदर के इस बयान के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर भारतीय टीम के साथ नाइंसाफी के आरोप लगने शुरू हो गए हैं। दरअसल, इससे पहले भारतीय हॉकी टीम को क्वार्टर फाइनल में एक छोटी गलती के लिए बड़ी भारी सजा दी गई थी। तब कई लोगों ने ओलंपिक ऑफिशियल पर भारतीय हॉकी टीम के खिलाफ जानबूझकर कड़ी सजा देने के आरोप लगाया था।
अमित रोहिदास पर लगा 1 मैच का बैन
बता दें, ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ हॉकी के क्वार्टर फाइनल मैच में भारतीय डिफेंडर अमित रोहिदास की हॉकी स्टिक विपक्षी टीम के खिलाड़ी को लग गई थी जिसके बाद रेफरी ने अमित रोहिदास को 10 मिनट के लिए खेल से बैन करने के बजाय पूरे मैच से ही बाहर कर दिया। हालांकि इसके बावजूद भारतीय टीम गोलकीपर पीआर श्रीजेश के शानदार खेल के दमपर पेनल्टी शूटआउट में ब्रिटेन को हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाने में कामयाब रही।
इसके बाद जब भारत ने अमित रोहिदास को सजा दिए जाने के फैसले के खिलाफ अपील की तो भारतीय डिफेंडर को अगले मैच के लिए बैन कर दिया गया। यही नहीं, भारतीय बॉक्सर निशांत देव को क्वार्टर फाइनल में शानदार खेल दिखाने के बावजूद हारा घोषित कर दिया गया। पूरे मैच में निशांत विपक्षी बॉक्सर पर भारी पड़ते नजर आए लेकिन जब नतीजा आया तो हर कोई हैरान रह गया। भारतीय बॉक्सर को हारा बताया गया। ऐसे में भारतीय फैंस ओलंपिक ऑफिशियल्स पर भारतीय खिलाड़ियों को जानबूझकर टारगेट करने का आरोप लगा रहे हैं।
(With PTI inputs)