टोक्यो पैरालम्पिक खेलों में दोहरे पदक विजेता सिंहराज अधाना समेत भारतीय पैरा निशानेबाजी दल के छह सदस्य पैरा निशानेबाजी विश्व कप में हिस्सा लेने से चूक गए हैं। भारत सरकार के दखल के बावजूद इन खिलाड़ियों को वीजा नहीं मिल पाया। भारतीय पैरा निशानेबाजी के चेयरमैन जय प्रकाश नौटियाल ने बताया कि तीन पैरा निशानेबाजों सिंहराज, राहुल झाखड़ और दीपिंदर सिंह (सभी पैरा पिस्टल निशानेबाज) और दो कोच सुभाष राणा (राष्ट्रीय कोच) और विवेक सैनी (सहायक कोच) को वीजा नहीं मिला पाया। इसके अलावा टोक्यो पैरालम्पिक की स्वर्ण पदक विजेता अवनि लेखरा की एस्कॉर्ट जो उसकी मां भी है, उन्हें भी वीजा नहीं मिल सका।"
अवनि लेखरा के ट्वीट के बाद यह मामला सामने आया। उन्होंने अपनी मां श्वेता जेवारिया और कोच राकेश मनपत को वीजा नहीं मिलने पर मदद की मांग की थी। इसके बाद भारतीय खेल प्राधिकरण ने अवनि के ट्वीट पर जवाबी ट्वीट में कहा, "यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भारतीय पैरा निशानेबाजों को वीजा नहीं मिल सके। खेल मंत्रालय और विदेश मंत्रालय ने काफी प्रयास किये लेकिन कामयाबी नहीं मिली।"
हवाई अड्डे से पीटीआई से बातचीत में मुख्य राष्ट्रीय कोच और भारतीय पैरा निशानेबाजी के चेयरमैन जय प्रकाश नौटियाल ने कहा कि लेखरा और उनके कोच को वीजा मिल गया है। लेकिन उसकी एस्कॉर्ट जो उसकी मां भी है, उन्हें वीजा नहीं मिल सका। इसके अलावा तीन पैरा निशानेबाजों सिंहराज, राहुल झाखड़ और दीपिंदर सिंह (सभी पैरा पिस्टल निशानेबाज) और दो कोच सुभाष राणा (राष्ट्रीय कोच) और विवेक सैनी (सहायक कोच) को वीजा नहीं मिल पाया है।"
उन्होंने कहा, "फ्रेंच दूतावास ने कोई कारण नहीं बताया। उन्होंने इतना ही कहा कि वीजा की भारी मांग है। हमने 23 अप्रैल को वीजा के लिये आवेदन किया था। विदेश मंत्रालय ने भी दखल देकर हमारी मदद की कोशिश की लेकिन छह सदस्यों को वीजा नहीं मिल सका। हम अब 22 सदस्यों के साथ जा रहे हैं जिनमें 14 निशानेबाज हैं। हमें उम्मीद थी कि सभी को वीजा मिल जायेगा क्योंकि अगले पैरालम्पिक पेरिस में होने हैं और इस टूर्नामेंट से उसके 18 कोटे तय होंगे।"
गौरतलब है कि टूर्नामेंट चार से 13 जून तक होना है और इससे पेरिस पैरालम्पिक का कोटा भी मिलेंगा।