भारत के स्टार जैवलिन थ्रो एथलीट नीरज चोपड़ा से सभी को पेरिस ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने की उम्मीद थी, लेकिन वह सिल्वर पदक ही जीतने में कामयाब हो सके। नीरज ने मेडल इवेंट में 89.45 मीटर का थ्रो फेंका जो उनका ओलंपिक में अब तक का सर्वश्रेष्ठ थ्रो भी है। वहीं नीरज के पदक जीतने पर पूरे देश में खुशी है जिसमें वह नॉर्मन प्रिचर्ड के बाद दूसरे ऐसे भारतीय हैं जिन्होंने ट्रैक एक फील्ड इवेंट में 2 पदक जीतने में सफलता हासिल की है। नीरज के इस ऐतिहासिक प्रदर्शन पर उनके घर हरियाणा में भी जमकर खुशियां मनाईं गईं जिसमें उनके माता-पिता का भी बयान सामने आया है।
सिल्वर भी हमारे लिए गोल्ड के बराबर
नीरज चोपड़ा की माँ ने बेटे के सिल्वर मेडल जीतने के बाद एएनआई को दिए अपने बयान में कहा कि हम सभी काफी खुश हैं जिसमें हमारे लिए सिल्वर भी गोल्ड से कम नहीं है। वह चोटिल था लेकिन हम उसके प्रदर्शन से काफी खुश हैं। वहीं नीरज चोपड़ा के पिता सतीश कुमार ने अपने बेटे के सिल्वर मेडल जीतने पर कहा कि सभी का कोई ना कोई दिन होता है आज पाकिस्तानी एथलीट का दिन था लेकिन हम सिल्वर मेडल जीतकर भी खुश हैं और ये हम सभी के लिए एक गर्व का पल है। उसने देश के लिए सिल्वर मेडल जीता है और ये युवा पीढ़ी के लिए भी एक प्रेरणा का काम करेगा।
व्यक्तिगत इवेंट में 2 ओलंपिक मेडल जीतने वाले नीरज तीसरे एथलीट
भारत की तरफ से ओलंपिक में नीरज चोपड़ा तीसरे एथलीट बन गए हैं जिन्होंने व्यक्तिगत इवेंट में 2 मेडल जीतने में सफलता हासिल की है। नीरज ने जहां टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड तो वहीं इस बार सिल्वर मेडल जीता है। उनसे पहले रेसलर सुशील कुमार ने साल 2008 में बीजिंग ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल तो वहीं साल 2012 लंदन ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीता था। इसके अलावा पीवी सिंधु ने रियो ओलंपिक में सिल्वर और टोक्यो में ब्रॉन्ज को अपने नाम किया था।
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