Neeraj Chopra: वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप के शुरू होने से पहले भारत के स्टार एथलीट नीरज चोपड़ा ने कहा कि वे थोड़ा दबाव महसूस कर रहे हैं। बात सही भी है, कोई भी एथलीट दबाव से दूर नहीं रह सकता। कुछ एथलीट बड़े टूर्नामेंट से पहले इसे महसूस करते हैं, तो कुछ अपने अंदर की इस भावना को दबा लेते हैं, लेकिन दबाव सब पर होता है।
वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में नीरज चोपड़ा से गोल्ड मेडल की उम्मीद
इन दबावों के बीच, वर्ल्ड चैम्पियनशिप में तमाम भारतीय फैंस की निगाहें टोक्यो ओलंपिक के गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा के प्रदर्शन पर होंगी। यूजीन में शुक्रवार से शुरू हो रहे इस कंपिटीशन में वे इतिहास रचने का प्रयास करेंगे। इंडियन जेवलिन थ्रो स्टार का इस सीजन में बेहतरीन प्रदर्शन रहा है। चोपड़ा ने दो बार अपने इंडिविजुएल परफॉर्मेंस को बेहतर किया और अपने ही नेशनल रिकॉर्ड को तोड़ डाला। चैंपियन जेवलिन थ्रो स्टार ने 14 जून को फिनलैंड में पावो नुर्मी गेम्स में 89.30 मीटर और 30 जून को डायमंड लीग में 89.94 मीटर दूर भाला फेंका। वह सिर्फ छह सेंटीमीटर से 90 मीटर की दूरी हासिल करने से चूक गए। इस बीच उन्होंने बारिश के कारण गीली और फिसलन भरी फील्ड में 86.69 मीटर के थ्रो से कुओर्ताने खेलों में स्वर्ण पदक जीता था। वह शानदार फॉर्म में चल रहे हैं और उनसे इतिहास रचने की पूरी उम्मीद की जा सकती है।
डिफेंडिंग चैंपियन से मिलेगी मुश्किल चुनौती
वह विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में पदक जीतने वाले भारत के दूसरे एथलीट बन सकते हैं। इसके लिए उनके सामने डिफेंडिंग चैंपियन ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स को पीछे छोड़ने की चुनौती होगी। इस सीजन में टॉप पांच थ्रो में से चार उनके नाम हैं। इस सीजन में उनका बेस्ट ठ्रो 93.07 मीटर का रहा है। इसके बावजूद नीरज चोपड़ा गोल्ड मेडल के दावेदार हो सकते हैं क्योंकि इस सीजन में वे दो बार पीटर्स को पछाड़ चुके हैं।
पीटर्स के अलावा ओलंपिक सिल्वर मेडलिस्ट जाकुब वाडलेच से भी चोपड़ा को चुनौती मिल सकती है। मौजूदा सीजन में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 90.88 मीटर है।