Messi Records: लियोनल मेसी ने फीफा फाइनल में किया रिकॉर्ड तोड़ परफॉर्मेंस, दिग्गज पेले को भी छोड़ दिया पीछे
लियोनल मेसी ने फाइनल मुकाबले में फ्रांस के खिलाफ कुल 2 गोल दागे। टूर्नामेंट में उनके नाम कुल 7 गोल थे और वह दूसरे टॉप स्कोरर रहे।
फीफा वर्ल्ड कप 2022 में अर्जेंटीना को चैंपियन बनाने में उनके कप्तान लियोनल मेसी का महत्वपूर्ण योगदान रहा। मेसी टूर्नामेंट के दूसरे टॉप स्कोरर रहे। उन्होंने फाइनल मुकाबले में भी फ्रांस के खिलाफ दो गोल दागे। इसके बाद पेनल्टी शूटआउट में उनकी टीम ने 4-2 से जीत हासिल कर तीसरी बार फीफा वर्ल्ड कप का खिताब जीता। इस मैच में मेसी ने एक नहीं कई रिकॉर्ड अपने नाम किए। सबसे खास रहा वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा गोल करने के मामले में मेसी ने ब्राजील के दिग्गज फुटबॉलर पेले को पीछे छोड़ दिया।
मेसी के नाम एक नहीं अनेक रिकॉर्ड
आपको बता दें फाइनल मैच में दो गोल के बाद मेसी के नाम अब फीफा वर्ल्ड कप में कुल 13 गोल दर्ज हो गए। जबकि पेले के नाम 12 गोल हैं। इस मामले में टॉप पर हैं जर्मनी के मिरोस्लाव क्लोज जिन्होंने फीफा वर्ल्ड कप में कुल 16 गोल दागे हैं। इतना ही नहीं इस मैच में उतरते ही मेसी ने वर्ल्ड कप के सबसे ज्यादा मैच खेलने का रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया था। मेसी का वर्ल्ड कप में यह 26वां मैच था। उन्होंने इस मामले में जर्मनी के लोथर मथौस (25) को पीछे छोड़ा था। वहीं विनिंग टीम का मेसी इस टूर्नामेंट में 17वीं बार हिस्सा बने। इस मामले में उन्होंने जर्मनी के मिरोस्लाव क्लोज की बराबरी कर ली।
- मिरोस्लाव क्लोज (16 गोल , जर्मनी)
- रोनाल्डो (15 गोल, ब्राजील)
- गर्ड म्यूलर (14 गोल , जर्मनी)
- जस्ट फोंटेन (13 गोल , फ्रांस)
- लियोनेल मेसी (13 गोल, अर्जेंटीना)
- पेले (12 गोल, ब्राजील)
- किलियन एमबाप्पे (12 गोल , फ्रांस)
- सैंडोर कॉक्सिस (11 गोल, हंगरी)
- जुर्गन क्लिंसमैन (11 गोल, जर्मनी)
अर्जेंटीना ने पूरी की हैट्रिक
अर्जेंटीना ने अपना तीसरा फीफा वर्ल्ड कप का खिताब जीता है। इससे पहले टीम 1978 और 1986 में चैंपियन बनी थी। कतर में आयोजित हुए टूर्नामेंट के फाइनल में फ्रांस को पेनल्टी शूटआउट में 4-2 से हराकर अर्जेंटीना ने अपनी खिताबी हैट्रिक पूरी कर ली। इस मैच में अर्जेंटीना के लिए हीरो रहे उनके स्टार लियोनल मेसी जिन्होंने दो गोल दागे। संभवत: 35 वर्षीय मेसी का यह आखिरी वर्ल्ड कप था जिसे उन्होंने जीत के साथ खत्म किया। उन्होंने पूरे टूर्नामेंट में कुल 7 गोल दागे और उन्हें गोल्डन बॉल से भी नवाजा गया।