पुरुष एशियाई चैंपियन्स ट्रॉफी में कोरिया ने भारत को 2-2 से ड्रॉ पर रोका
कोरिया ने मध्यांतर पर 0-2 से पिछड़ने के बाद वापसी की। जोंगह्युन जैंग ने 41वें मिनट में टीम की ओर से पहला गोल दागा जबकि सुंगह्युन किम ने 46वें मिनट में एक और गोल दागकर स्कोर 2-2 कर दिया।
गत चैंपियन और ओलंपिक कांस्य पदक विजेता भारत को मंगलवार को यहां एशियाई चैंपियन्स ट्रॉफी (एसीटी) पुरुष हॉकी टूर्नामेंट के पहले मैच में कोरिया ने 2-2 से बराबरी पर रोक दिया। टोक्यो ओलंपिक में ऐतिहासिक कांस्य पदक के बाद पहला टूर्नामेंट खेलने वाले भारत ने शानदार शुरुआत करते हुए चौथे मिनट में ललित उपाध्याय के गोल की बदौलत बढ़त बनाई जिसके बाद 18वें मिनट में उपकप्तान हरमनप्रीत ने पेनल्टी कॉर्नर पर गोल दागकर भारत की बढ़त को दोगुना कर दिया।
कोरिया ने मध्यांतर पर 0-2 से पिछड़ने के बाद वापसी की। जोंगह्युन जैंग ने 41वें मिनट में टीम की ओर से पहला गोल दागा जबकि सुंगह्युन किम ने 46वें मिनट में एक और गोल दागकर स्कोर 2-2 कर दिया। कोरिया की टीम ने मैच आगे बढ़ने के साथ आत्मविश्वास हासिल किया और भारत के डिफेंस को दबाव में डाला।
मनप्रीत सिंह की अगुआई वाली भारतीय टीम को भी पेनल्टी कॉर्नर सहित कई मौके मिले लेकिन टीम उनका फायदा उठाने में नाकाम रही जिससे मैच ड्रॉ छूटा। कोरिया के गोलकीपर जेईह्युन किम दोनों टीमों के बीच का अंतर साबित हुए जिन्होंने भारतीय टीम के कई हमलों को नाकाम करते हुए अपनी टीम को एक अंक दिलाया। टूर्नामेंट के पिछले सत्र में दोनों टीमों के बीच खेला गया पिछला मैच भी 1-1 से बराबर रहा था।
भारत अपने अगले मैच में बुधवार को मेजबान बांग्लादेश से भिड़ेगा। भारत को बढ़त बनाने में अधिक समय नहीं लगाया। ललित ने सर्कल के बाहर गेंद को अपने कब्जे में लिया और कोरिया के तीन डिफेंडरों को पछाड़ते हुए आगे बढ़े। ललित ने इसके बाद किम को छकाते हुए गोल दागकर भारत को बढ़त दिलाई। भारत ने शुरुआत से ही आक्रामक खेल दिखाया जबकि कोरिया ने विरोधी टीम के खेल को परखने पर जोर दिया।
कोरिया ने अपने डिफेंस पर अधिक भरोसा दिखाया और पलटवार पर मौके बनाए। दूसरे क्वॉर्टर में भी भारत ने दबदबा बनाया और लगातार दो पेनल्टी कॉर्नर हासिल किए। वरुण कुमार के पहले प्रयास को कोरिया के गोलकीपर किम ने नाकाम किया लेकिन हरमनप्रीत ने 18वें मिनट में दूसरे प्रयास पर गोल दागकर भारत को 2-0 से आगे कर दिया।
कोरिया ने दो गोल से पिछड़ने के बाद वापसी की। टीम ने मध्यांतर के बाद आक्रामक रुख अपनाया और 41वें मिनट में लगातार तीन पेनल्टी कॉर्नर हासिल किए। अंतिम प्रयास पर जैंग ने गोल दागा। इसके कुछ मिनट बाद गुरसाहिबजीत का शॉट लक्ष्य से दूर रहा। कोरिया ने भारतीय डिफेंस पर दबाव बरकरार रखा और बराबरी हासिल करने में सफल रहा जब सुंगह्युन किम ने बायें छोर से गोल किया। भारत को इसके बाद तीन और पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन टीम गोल दागने में विफल रही और उसे कोरिया के साथ अंक बांटने पड़े।