किदांबी श्रीकांत ने लक्ष्य सेन को 17-21, 21-14 और 21-17 हराकर वर्ल्ड चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाई है। दोनों भारतीय खिलाड़ियों के बीच यह रोमांचक मुकाबला 69 मिनट तक चला। श्रीकांत ने इस जीत के साथ सिल्वर मेडल पक्का कर लिया है। वह रविवार 19 दिसंबर को गोल्ड मेडल की लड़ाई के लिए फिर से कोर्ट पर उतरेंगे। इस रोमांचक मुकाबले में लक्ष्य सेन शुरुआत में किदांबी पर भारी पड़ते हुए दिखाई दे रहे थे। पहले सेट लक्ष्य सेन ने 21-17 से अपने नाम किया, लेकिन इसके बाद श्रीकांत ने अपने अनुभव का इस्तेमाल करते हुए लंबी-लंबी रैली की और लक्ष्य सेन को थकाते हुए दूसरा सेट 21-14 और तीसरा सेट 21-17 से जीता।
इस जीत के साथ किदांबी श्रीकांत बैडमिंटन वर्ल्ड चैंपियनशिप के पुरुष सिंगल्स के फाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं। इससे पहले प्रकाश पादुकोण ने साल 1983 में कांस्य पदक और 2019 में साईं प्रणीत ने कांस्य पदक जीता था।
वहीं युवा लक्ष्य सेन कांस्य पदक के साथ भारत लौटेंगे। वह इस वर्ल्ड चैंपियनशिप में पदक जीतने वाले चौथे भारतीय शटलर बन गए हैं। लक्ष्य सेन ने इससे पहले क्वार्टर फाइनल मुकाबले में चीन के झाओ जून पेंग को 21-15, 15-21, 22-20 से हराया था, जबकि किदांबी श्रीकांत ने नीदरलैंड्स के मार्क कैलजॉव को हराया था। बता दें कि इस मुकाबले के बाद भारत ने एक सिल्वर और एक ब्रॉन्ज मैडल पक्का किया है।