खेलो इंडिया युवा खेल के चौथे संस्करण की शुरुआत हो चुकी है। देश के अलग-अलग हिस्सों से इसमें कुल 4700 खिलाड़ी भाग ले रहे हैं, जिसमें 2262 लड़कियां भी शामिल हैं। ये सभी 25 विभिन्न खेलों में अपना दम दिखाएंगे।
टूर्नामेंट में भाग लेने पहुंची आंध्र प्रदेश की महिला कबड्डी टीम एक ऐसी टीम है जिसने पहले ही दिन सभी को प्रभावित किया है। इस टीम के 12 सदस्यों में से नौ खेत में काम करने वाले मजदूर की बेटियां है, जिन्होंने शुक्रवार को शुरूआती मैच में छत्तीसगढ़ को 40-28 से हराकर अपने अभियान का शानदार आगाज किया। इस मैच में 14 अंक बनाने वाली वंदना सूर्यकला ने कहा, "इससे क्या फर्क पड़ता है कि मैं खेत में मजदूरी करने वाले की बेटी हूं। मुझे अपने माता-पिता पर गर्व है।"
राज्य के विजयनगरम के पास कापूसम्भम की इस खिलाड़ी ने यहां के ताउ देवी लाल स्टेडियम में अपने पदार्पण के बाद दमदार जीत हासिल की और कहा, "सभी का कोई पेशा होता है और मेरे माता-पिता पेशे से मजदूर हैं। मुझे उन पर बहुत गर्व है। मैंने एक धावक के रूप में शुरुआत की थी। जब मैं छोटी थी तो मैं खेतों में दौड़ती थी। सात साल की उम्र में मैंने अपने सभी दोस्तों को कबड्डी खेलते हुए देखकर इस खेल का रूख किया।"
पदार्पण कर रही जीएनआर जूनियर कॉलेज की छात्रा मुनाकला देविका ने भी इसी तरह की बात कही। उन्होंने कहा, "हमें अपने माता-पिता पर गर्व है और यह उनकी वजह से है कि हम यहां हैं। उन्होंने हमें खेल खेलने के लिए प्रोत्साहित किया है। हमें परिवार का समर्थन मिला।"