दुनियाभर में मनाया जा रहा ओलंपिक डे, क्या है इस खास दिन के पीछे का इतिहास?
आज पूरी दुनिया में ओलंपिक डे मनाया जा रहा है। इस दिन को मनाने के पीछे एक खास इतिहास छिपा हुआ है।
पूरी दुनिया में आज यानी कि 23 जून को इंटरनेशनल ओलंपिक डे मनाया जा रहा है। ओलंपिक गेम्स दुनिया की सबसे बड़ी खेल प्रतियोगिता है, जहां दुनिया के 200 से ज्यादा देश करीब 400 खेलों में भाग लेते हैं। ओलंपिक डे को दुनियाभर में खेल और ओलंपिक में बढ़ावा लेने के लिए मनाया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस खास दिन को मनाने के पीछे वजह क्या है?
कैसे हुई थी स्थापना?
ओलंपिक दिवस 1894 में पियरे डी कूपर्टिन द्वारा आधुनिक ओलंपिक खेलों की स्थापना की याद दिलाता है। अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) ने दुनियाभर के लोगों के बीच उत्कृष्टता, सम्मान और दोस्ती के ओलंपिक मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए 1948 में विश्व ओलंपिक दिवस की स्थापना की थी। ऑस्ट्रिया, पुर्तगाल, ग्रीस, कनाडा, स्विट्जरलैंड, ग्रेट ब्रिटेन, वेनेजुएला, बेल्जियम और उरुग्वे जैसे देशों ने इस महत्वपूर्ण दिन के शुरुआती समारोहों में भाग लिया।
ओलंपिक डे का महत्व क्या है?
अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक दिवस का महत्व खेल भावना और प्रतिस्पर्धा को याद दिलाता है। यह दुनियाभर के देशों और संस्कृतियों की एकता का जश्न मनाने का भी एक अवसर है, जिसे ओलंपिक खेल एक सदी से भी अधिक समय से बढ़ावा दे रहे हैं। ओलंपिक दिवस का मुख्य उद्देश्य ओलंपिक खेलों के महत्व और इसकी उत्पत्ति को बढ़ावा देना है।
ओलंपिक्स दुनिया की सबसे बड़ी खेल प्रतियोगिता
आज, ओलंपिक खेल दुनिया का सबसे बड़ा खेल आयोजन है, जिसमें सैकड़ों देशों के हजारों एथलीट विभिन्न खेलों में एक-दूसरे का सामना करते हैं। खेल शांति और एकता को बढ़ावा देने और महत्वपूर्ण सामाजिक मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए एक मंच के रूप में भी काम करते हैं।
अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक दिवस न केवल ओलंपिक खेलों के इतिहास और महत्व का जश्न मनाता है, बल्कि खेल भावना, एकता और दोस्ती के मूल्यों को भी समझाता है। यह लोगों को एक साथ लाने, शारीरिक और मानसिक कल्याण को बढ़ावा देने और दुनियाभर में व्यक्तियों और समुदायों को महानता हासिल करने के लिए प्रेरित करने की खेल की शक्ति का जश्न मनाने का दिन है।