भारतीय पहलवान सरिता मोर ने UWW रैंकिंग सीरीज कंपिटीशन बोलाट तुरलिखानोव कप में सामने आने वाली दुनिया की हर पहलवान का सूपड़ा साफ कर दिया। सरिता ने 59 किलोग्राम वर्ग का खिताब जीतने के दौरान महज दो अंक गंवाये। इस शानदार प्रदर्शन के साथ उन्होंने 2022 सीजन का पहला स्वर्ण पदक भी अपने नाम कर लिया जो इस प्रतियोगिता में भारत का पांचवां गोल्ड मेडल है।
सरिता मोर ने तीनों मुकाबले जीतकर झोली में डाला गोल्ड
सरिता तुरलिखानोव कप में तीन मुकाबलों के लिये मैट पर उतरी और तीनों में जीत हासिल की, जिसमें अजरबेजान की झाला अलियेवा पर तकनीकी बढ़त से जीत दर्ज करना शामिल है। भारतीय पहलवान ने बाकी के तमाम विरोधी पहलवानों को आसानी से शिकस्त दी। जीत के बाद सरिता ने कहा, ‘‘मानती हूं कि एशियाई चैम्पियनशिप की तुलना में यहां कंपिटीशन का लेवल थोड़ा कम था। लेकिन मैंने 57 और 59 किलोग्राम वर्ग की एंट्री लिस्ट देखी थी, 59 किलोग्राम में बेहतर पहलवान थे लिहाजा मैंने इसमें हिस्सा लिया। मेरा लक्ष्य पेरिस ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करना है, ऐसी जीत से आत्मविश्वास बढ़ता है।’’
मनीषा ने स्वर्ण पदक पर किया कब्जा
भारतीय पहलवान मनीषा ने 65 किलोग्राम के फाइनल में अजरबेजान की एलिस मानोलोवा पर 8-0 की जबरदस्त जीत दर्ज कर स्वर्ण पदक को अपनी झोली में डाला। यह सीनियर लेवल पर मनीषा का पहला इंटरनेशनल गोल्ड मेडल है। इससे पहले उन्होंने अप्रैल 2022 में एशियाई चैम्पियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीता था।
बिपाशा ने रजत पदक से किया संतोष
बिपाशा को तुरलिखानोव कप के 72 किलोग्राम वर्ग में घरेलू प्रबल दावेदार झामिला बाकबरजिनोवा से 5-7 से हारकर रजत पदक से संतोष करना पड़ा। अब तक जूनियर प्रतियोगिताओं में शिरकत करती रही बिपाशा का यह सीनियर लेवल पर पहला पदक है।
सुषमा शौकीन का प्रभावशाली प्रदर्शन
हालांकि, सुषमा शौकीन ने 55 किलोग्राम वर्ग में कांस्य पदक जीता, लेकिन उनका प्रदर्शन प्रभावित करने वाला था। उन्होंने प्ले-ऑफ में कजाखस्तान की ऐनूर अशीमोवा को महज दो मिनट के भीतर चित कर दिया।
पुरूषों के फ्रीस्टाइल कैटेगरी में मोहित ने 125 किलोग्राम में सारदोरबेक खोलमातोव पर 8-2 की जीत दर्ज कर कांस्य पदक अपने नाम किया। तुरलिखानोव कप में भारत के पदकों की संख्या 10 हो चुकी है, जिसमें मानसी (57 किग्रा), साक्षी मलिक (62 किग्रा), दिव्या काकरान (68 किग्रा) के स्वर्ण पदक शामिल हैं।