Indian Women's Hockey Team: महिला हॉकी वर्ल्ड कप में भारतीय महिला हॉकी टीम का सफर खत्म हो चुका है। हालांकि उसने अपने अभियान का खात्मा जीत के साथ किया, पर क्या खोया क्या पाया का विश्लेषण करने पर उसने इस टूर्नामेंट में सिर्फ खोया ही है, शायद पाया कुछ भी नहीं।
भारत ने अंतिम मैच में जापान को दी शिकस्त
भारतीय महिला हॉकी टीम ने जापान को एफआईएच महिला वर्ल्ड कप के आखिरी मैच में 3-1 से हराया। उसे ये जीत नवनीत कौर के दो गोल की मदद से हासिल हुई। इस जीत के साथ भारतीय टीम ने महिला विश्व कप में अपने अभिया का अंत निराशाजनक नौवें स्थान पर किया। नवनीत ने दूसरे क्वार्टर के 30वें मिनट में भारत के लिए पहला गोल किया जबकि तीसरे क्वार्टर के अंत में 45वें मिनट में टीम का तीसरा और अपना दूसरा गोल दागा। वहीं दीप ग्रेस इक्का ने 38वें मिनट में गोल किया भारत के लिए दूसरा गोल किया। जापान के लिये एकमात्र गोल यू असाइ ने 20वें मिनट में किया।
पहले क्वार्टर में भारत ने गंवाया मौका
पहले क्वार्टर के पहले पांच मिनट में दोनों टीमों ने एक दूसरे पर कई हमले किए लेकिन गोल नहीं कर सकी। भारत को बढत बनाने का मौका जल्दी ही मिला लेकिन वंदना कटारिया के शॉट को जापानी गोलकीपर एइका नकामूरा ने बचा लिया। पहले क्वार्टर में दोनों टीमों को गोल करने में कामयाबी नहीं मिली।
दूसरे क्वार्टर में दोनों टीम ने दागा 1-1 गोल
भारत ने दूसरे क्वार्टर में तेज और पॉजिटिव शुरूआत की और दो मिनट के भीतर दो मौके भी बनाये लेकिन इसे गोल में नहीं बदल सका । जापान ने 20वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर पर असाइ के गोल के दम पर 1-0 की लीड ले ली। भारत ने जवाबी हमले में पेनल्टी कॉर्नर जरूर हासिल किया लेकिन इसे गोल में तब्दील करने में कामयाबी नहीं मिली। नवनीत ने हाफ टाइम से ठीक पहले गो दागकर 1-1 की बराबरी दिलाई।
तीसरे क्वार्टर में भारत ने किया विजयी गोल
दूसरे हाफ में भारत ने काफी आक्रामक शुरूआत की और छठा पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया लेकिन एक बार फिर उसे गोल में बदलने में उसे नाकामी ही मिली। हालांकि इक्का ने 38वें मिनट में भारत को मिले एक पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलकर बढत दिलाई। तीसरे क्वार्टर में नवनीत ने दूसरा गोल दागा और भारत को सांत्वना दिलाने वाली जीत मिली।