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Hindi News खेल अन्य खेल Neeraj Chopra: नीरज चोपड़ा की एक और स्वर्णिम सफलता, फिसलकर गिरे फिर भी जीता गोल्ड VIDEO

Neeraj Chopra: नीरज चोपड़ा की एक और स्वर्णिम सफलता, फिसलकर गिरे फिर भी जीता गोल्ड VIDEO

भारत के महान जैवलिन थ्रो एथलीट चोपड़ा ने त्रिनिदाद और टोबैगो के केशौर्न वाल्कोट और वर्ल्ड चैंपियन ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स को पीछे छोड़कर स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया। 

<p>Neeraj Chopra</p>- India TV Hindi Image Source : TWITTER Neeraj Chopra

Highlights

  • नीरज चोपड़ा ने कुओर्ताने गेम्स में जीता गोल्ड मेडल
  • चोपड़ा ने 86.69 मीटर दूर भाला फेंककर जीता स्वर्ण पदक
  • नीरज चोपड़ा ने कुओर्ताने गेम्स में वर्ल्ड चैंपियन को छोड़ा पीछे

जेवलिन थ्रो के चैंपियन खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने फिनलैंड में हो रहे कुओर्ताने गेम्स में शनिवार को अपने पहले प्रयास में ही 86.69 मीटर दूर भाला फेंककर गोल्ड मेडल को अपने नाम किया।

नीरज चोपड़ा को मिली एक और स्वर्णिम सफलता

भारत के महान जैवलिन थ्रो एथलीट चोपड़ा ने त्रिनिदाद और टोबैगो के केशौर्न वाल्कोट और वर्ल्ड चैंपियन ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स को पीछे छोड़कर स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया। चोपड़ा ने 86.69 मीटर दूर का थ्रो किया जो उनके प्रतिद्वन्दियों को पीछे छोड़ने के लिए काफी था। उन्होंने कुछ ही दिन पहले नया नेशनल रिकॉर्ड बनाया था।  टोक्यो ओलंपिक्स के बाद यह दूसरा कंपिटीशन है, जिसमें वे हिस्सा ले रहे हैं।

बाद के दो प्रयास में नीरज चोपड़ा ने किया फाउल

चौबीस साल के चैंपियन एथलीट ने पहले प्रयास में ही जीत हासिल करने वाली दूरी नाप ली। हालांकि, बाद में उन्होंने दो और प्रयास किए, लेकिन बारिश के कारण ग्राउंड पर फिसलन होने के कारण वे संतुलन नहीं बना सके और गिर पड़े। बाद में, उन्होंने तीसरी बार प्रयास करने से मना कर दिया।

इस प्रतियोगिता में भारतीय जैवलिन थ्रोअर से सिर्फ .03 मीटर पीछ रहकर वाल्कोट ने 86.64 मीटर के साथ सिल्वर मेडल अपने नाम किया जबकि पीटर्स ने 84.75 मीटर का थ्रो किया और तीसरे स्थान पर रहे।

नीरज ने इससे पहले फिनलैंड के तुर्कू में पावो नूरमी गेम्स में 89.30 मीटर के प्रयास के साथ सिल्वर मेडल अपने नाम किया था। ओलंपिक ट्रैक एंड फील्ड इवेंट में गोल्ड मेडल जीतने वाले एकमात्र भारतीय एथलीट नीरज चोपड़ा अपने शानदार प्रदर्शन से जैवलिन थ्रो में लगातार चोटी पर बने हुए हैं। वह 2020 ओलंपिक गेम्स के बाद लगातार पदक जीत रहे हैं। कुओर्ताने गेम्स में मिली इस स्वर्णिम सफलता से 30 जून को स्टॉकहोम में होने वाली डायमंड लीग के लिए उनका आत्मविश्वास जरूर सातवें आसमान पर होगा।