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Hindi News खेल अन्य खेल Paris Olympics: ब्रॉन्ज जीतने के बाद भारतीय हॉकी टीम के कप्तान ने जो कहा वो सभी को सुनना चाहिए

Paris Olympics: ब्रॉन्ज जीतने के बाद भारतीय हॉकी टीम के कप्तान ने जो कहा वो सभी को सुनना चाहिए

पेरिस ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम को ब्रॉन्ज मेडल जिताने के बाद कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने देशवासियों का शुक्रिया अदा किया और साथ ही हॉकी और ज्यादा से ज्यादा सपोर्ट करने की अपील की। भारत 52 साल बाद ओलंपिक में बैक टू बैक ब्रॉन्ज मेडल जीता है।

Paris Olympics- India TV Hindi Image Source : GETTY हरमनप्रीत सिंह और मनप्रीत सिंह

पीआर श्रीजेश के शानदार डिफेंस और हरमनप्रीत सिंह के नेतृत्व के दम पर भारतीय हॉकी टीम ने पेरिस ओंलपिक में इतिहास रच दिया। भारतीय टीम 52 साल बाद बैक टू बैक ओलंपिक में पोडियम फिनिश करने में सफल रही। भारत ने हॉकी में लगातार दूसरा ब्रॉन्ज मेडल जीता। इससे पहले भारतीय टीम ने 1968 और 1972 ओलंपिक में लगातार 2 ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किए थे। हरमनप्रीत सिंह ने पेरिस ओलंपिक में भारतीय टीम की शानदार कप्तानी की और 11 गोल के साथ टॉप स्कोरर रहे। भारतीय टीम को जब-जब पेनल्टी कॉर्नर मिला तो सरंपच के नाम से मशहूर कप्तान हरमन ने गोल करने का जिम्मा उठाया और ज्यादातर मौकों पर टीम के लिए गोल अर्जित किया।

इस ऐतिहासिक जीत के बाद हरमनप्रीत ने देशवासियों का सपोर्ट के लिए शुक्रिया अदा किया और हॉकी को ज्यादा से ज्यादा सपोर्ट करने की अपील की। कप्तान ने कहा, "मैं सभी से अनुरोध करता हूं कि कृपया हॉकी को ज्यादा से ज्यादा सपोर्ट करें। मैं हर भारतीय से वादा करता हूं कि हम कड़ी मेहनत करेंगे और अगले ओलंपिक में बेहतर प्रदर्शन करेंगे।"

हरमनप्रीत ने कहा, ‘‘हमने लगातार दो ओलंपिक मेडल जीतने में कामयाब रहे जो बताता है कि भारतीय हॉकी तरक्की कर रही है । हम किसी भी टीम को हरा सकते हैं। यह देश के लिये और हमारे लिये बड़ी बात है। हमारा सपना गोल्ड जीतने का था और सभी को भरोसा था कि हम जीतेंगे। मैं माफी मांगना चाहता हूं क्योंकि हम मामूली अंतर से चूक गए लेकिन यह मेडल भी हमारे लिये सब कुछ है।’’

मैच का पूरा हाल

भारत और स्पेन के बीच खेले गए इस ब्रॉन्ज मेडल मुकाबलें की बात करें तो पहले 15 मिनट में दोनों ही टीमें अपना खाता नहीं खोल पाईं। दूसरे क्वार्टर में स्पेन को 18वें मिनट में पेनल्टी स्ट्रोक मिला जिस पर मिरालेस ने अपनी टीम का खाता खोला। भारत को मैच का पहला पेनल्टी कॉर्नर 28वें मिनट में मिला लेकिन हरमन बराबरी दिलाने से चूक गए। हाफटाइम खत्म होने ही वाा था कि कुछ सेकंड पहले भारत को पेनल्टी कॉर्नर मिल गया जिसका फायदा उठाते हुए कप्तान साहब ने गोल करके भारत को बराबरी दिलाई। 

पहले हाफ के भारतीय टीम ने तेजी से अटैक करना शुरु किया और तीसरे ही मिनट में पेनल्टी कॉर्नर हासिल कर लिया। इस बार भी हरमनप्रीत ने कमाल किया और भारत को 2-1 से आगे कर दिया। इसके बाद स्पेन ने वापसी की पूरी कोशिश की लेकिन दिग्गज पीआर श्रीजेश की दीवार को नहीं भेद पाई और भारत की झोली में हॉकी का ब्रॉन्ज मेडल आ गया।