दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज में कप्तानी कर रहे ऋषभ पंत की क्रीज पर नाकामी का सिलसिला लगातार जारी है। उनका रनों का सूखा खत्म होने का नाम नहीं ले रहा। इस सीरीज में पहली बार टीम इंडिया की कप्तानी कर रहे पंत लगातार चौथी बार फेल हो गए।
राजकोट टी20 में भी ऋषभ पंत बल्लेबाजी में नाकाम
साउथ अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में कप्तान पंत ने लगातार चौथी बार टॉस गंवाया और भारत को लगातार चौथी बार पहले बल्लेबाजी के लिए मैदान में उतरना पड़ा। राजकोट में हुए मुकाबले में भारतीय टीम का टॉप ऑर्डर पूरी तरह से नाकाम रहा। सलामी बल्लेबाज ऋतुराज गायकवाड़ पांच रन बनाकर पवेलियन लौटे, तो उनके जोड़ीदार ईशान किशन की पारी 27 रन के निजी स्कोर पर खत्म हो गई। वहीं, श्रेयस अय्यर चार रन बनाकर सलामी जोड़ी का मन बहलाने के लिए पवेलियन पहुंच गए। स्थिति नाजुक थी, लिहाजा चौथे नंबर पर बैटिंग करने आए ऋषभ पंत से एक बड़ी पारी की उम्मीद लाजिमी थी। लेकिन इस बल्लेबाज ने एक बार फिर से तमाम उम्मीदों को चकनाचूर कर दिया। टीम के लिए मजबूत बुनियाद की तलाश में पंत ने संभलकर बल्लेबाजी की पर उनके हाथ कुछ खास नहीं आया। वह 23 गेंदों में 17 रन के निजी स्कोर पर स्पिनर केशव महाराज का शिकार बन गए। ऋषभ पंत ने हार्दिक पांड्या के साथ 40 गेंदों में 41 रन की साझेदारी की।
ऋषभ पंत की नाकामी का सफर
पंत ने मौजूदा सीरीज में चार मैच की चार पारियों में 14.25 की औसत से सिर्फ 57 रन बनाए हैं और उनकी स्ट्राइक रेट महज 105.55 की है, जो भारतीय बल्लेबाजों में सबसे कम है। पंत ने दिल्ली में हुए सीरीज के पहले टी20 में 31 गेंदों में 29 रन बनाए थे। कटक में खेले गए दूसरे मुकाबले में उन्होंने 7 गेंदों में 5 रन बनाए, जबकि विशाखापट्टनम में हुए तीसरे मुकाबले में वह 8 गेंदों में सिर्फ 6 रन बना सके थे। यह बेहद कमजोर प्रदर्शन है और टीम इंडिया में जगह के लिए प्रतियोगिता बेहद मुश्किल है। अगले दो मुकाबलों में भी पंत नाकाम हुए, तो टीम में विकेटकीपर/बल्लेबाज ईशान किशन और दिनेश कार्तिक की मौजूदगी उनका पत्ता काट भी सकती है।