भारत अगले साल चार और पांच मार्च को डेविस कप टेनिस प्रतियोगिता के विश्व ग्रुप एक के मुकाबले में डेनमार्क की मेजबानी करेगा। फरवरी 2019 के बाद से यह पहली बार होगा कि भारत घरेलू सरजमीं पर डेविस कप मुकाबला खेलगा। भारत ने इससे पहले फिनलैंड (2021), क्रोएशिया (2020) और कजाकिस्तान (2019, पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबले के लिए) की यात्रा की थी।
भारत ने फरवरी 2019 में अपनी सरजमीं पर इटली की मेजबानी की। कोलकाता में खेले गये इस मुकाबले में उसे 1-3 से हार का सामना करना पड़ा था। डेनमार्क के पास होल्गर रूण (103 वीं रैंकिंग) के रूप में एकल वर्ग में ऐसा खिलाड़ी है जिसकी रैंकिेग भारतीय खिलाड़यों से बेहतर है। इसके बावजूद घरेलू परिस्थितियों के कारण भारत का पलड़ा भारी होगा।
भारत और डेनमार्क की टीमों ने डेविस कप में सिर्फ दो बार एक-दूसरे का सामना किया है। 1927 में कोपनहेगन में डेनमार्क ने भारत को 5-0 से हराया तो वही सितंबर 1984 में भारत ने आरहूस में खेले गये मुकाबले में 3-2 से जीत दर्ज की थी।
भारतीय कोच जीशान अली ने कहा, "शुक्र है कि कई टाई के बाद हमें घरेलू मैच मिला है। पिछले दो मुकाबले हमारे लिए कठिन थे, हमने क्रोएशिया से खेला जिसने डेविस कप फाइनल में जगह बनाई। इसके बाद हमने फिनलैंड खेला और सभी को लगा कि फिनलैंड एक आसान टीम है, लेकिन ऐसा नहीं था।"
उन्होंने कहा, "कागज पर भारत को एक मजबूत टीम माना जाता है, लेकिन रामकुमार रामनाथन (विश्व रैंकिंग 190) को छोड़कर हमारे पास एकल में शीर्ष 200 (रैंकिंग) में कोई नहीं है। लंबे समय से हमारे पास शीर्ष-100 का कोई खिलाड़ी नहीं है।"
उन्होंने कहा, "हम हमेशा अंडरडॉग (जीत के कम दावेदार) रहे है लेकिन डेविस कप में हमारे खिलाड़ियों ने हमेशा अच्छा प्रदर्शन किया है।"
जीशान का मानना है कि बहुत कुछ इस बात पर निर्भर करेगा कि इस मुकाबले के लिए कौन से खिलाड़ी उपलब्ध होंगे। उन्होंने कहा, "पिछली बार हमारा शीर्ष खिलाड़ी हमारे साथ नहीं था, युकी भांबरी चोटिल था। अगर हमारे पास पूरी ताकत वाली टीम होगी तो अच्छा मौका होगा। अगर सुमित (नागल) मार्च तक फिट हो जाता है और और युकी भी चयन के लिए उपलब्ध रहता है तो हमारे पास डेनमार्क को हराने का अच्छा मौका होगा।"
क्या पर्थ में नहीं खेला जाएगा एशेज का पांचवां टेस्ट?
प्रजनेश गुणेश्वरन (215) शीर्ष 200 रैंकिंग से बाहर हो गए हैं और हाल ही में कूल्हे की चोट से उबरने के लिए ब्रेक लेने वाले सुमित अब 218 वें स्थान पर हैं। रामकुमार ने हाल ही में एक चैलेंजर प्रतियोगिता जीतकर शीर्ष 200 में फिर से प्रवेश किया।