इंग्लैंड के लिए खेलों के लिहाज से मंगलवार का दिन बेहद दिलचस्प रहा। क्रिकेट के मैदान में जहां उसे खुशी हाथ लगी तो वहीं फुटबॉल में उसे शर्मसार होना पड़ा। घरेलू सरजमीं पर खेले गए दोनों मुकाबले में उसने क्रिकेट में हारे हुए मैच को अपने पक्ष में किया तो वहीं फुटबॉल में उसे घर में 94 साल में सबसे करारी हार का सामना करना पड़ा।
इंग्लैंड को नेशन्स लीग फुटबॉल प्रतियोगिता के ग्रुप सी के चौथे मुकाबले में हंगरी के हाथों 4-0 से करारी हार का सामना करना पड़ा। यह उसकी 1928 के बाद घरेलू धरती पर सबसे बुरी हार है। पिछले साल यूरोपीय चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाने वाले इंग्लैंड को हंगरी के हाथों करारी हार के बाद अपने प्रशंसकों के कोपभाजन का भी शिकार होना पड़ा। मैच के बाद इंग्लैंड के कप्तान हैरी केन ने कहा कि यह पिछले कई वर्षों में हमारी पहली बड़ी हार है। हमें इसे भूलकर आगे बढ़ना होगा।
हंगरी ने रोलैंड सलाई के गोल से 16वें मिनट में बढ़त बनायी। सलाई ने इसके बाद 70वें मिनट में स्कोर 2-0 कर दिया। जसोल्ट नागी ने इसके 10 मिनट बाद तीसरा गोल दाग दिया जबकि डेनियल गाजदैग ने हंगरी के लिये चौथा गोल किया। यह इंग्लैंड की 94 साल पहले स्कॉटलैंड के हाथों 5-1 से हार के बाद घरेलू धरती पर सबसे बड़ी हार है। हंगरी की टीम जीत के साथ ग्रुप सी में शीर्ष पर पहुंच गई है जबकि इंग्लैंड की टीम आखिरी स्थान पर खिसक गई है।
यूरोपीय चैंपियन इटली के लिये भी यह अच्छा दिन नहीं रहा और उसे जर्मनी ने 5-2 से हराया। वह अभी विश्व कप में जगह बनाने से चूकने से नहीं उभरा है और ऐसे में जर्मनी ने उसे करारी शिकस्त देकर उसके घावों पर नमक छिड़क दिया। जर्मनी एक समय 5-0 से आगे था जिसके बाद इटली ने दो गोल करके हार का अंतर कुछ कम किया।