वर्ल्ड चैम्पियनशिप में गुकेश ने तीसरी बाजी जीत कर चीन के लिरेन पर मानसिक बढ़त कायम की
18 साल के गुकेश विश्व खिताब के लिए सबसे कम उम्र के दावेदार हैं और वह विश्वनाथन आनंद के बाद यह खिताब जीतने वाले पहले भारतीय बनने की कोशिश कर रहे हैं।
सिंगापुर। भारत के युवा शतरंज खिलाड़ी डी गुकेश ने विश्व शतरंज चैम्पियनशिप में एक दिन के विश्राम के बार शुक्रवार को चौथी बाजी के लिए जब चीन के डिंग लिरेन के खिलाफ चुनौती पेश करेंगे तो 14 बाजियों वाले इस मुकाबले की तीसरी बाजी में मिली जीत से उनका मनोबल बड़ा हुआ होगा। 18 साल के गुकेश ने तीसरे दौर में शानदार प्रदर्शन करते हुए इस चैम्पियनशिप की अपनी पहली जीत दर्ज की। क्लासिक टाइम कंट्रोल के तहत खेली जा रही चैम्पियनशिप में अभी 11 मुकाबले बचे हुए हैं। इससे पहले गुकेश को शुरुआती मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा था जबकि दूसरा मुकाबला ड्रॉ रहा था।
तीन बाजियों के बाद दोनों दोनों खिलाड़ियों के अब एक समान डेढ-डेढ अंक हैं। पहली बाजी में शिकस्त का सामना करने वाले गुकेश ने स्पष्ट रूप से अपने खेल के स्तर को ऊंचा किया और बेहतर तैयारी दिखाई है। लिरेन को तीसरी बाजी में चालों की गणना करने में गलती का खामियाजा उठाना पड़ा। उन्होंने इस दौरान बहुत अधिक समय लिये जिससे उनके लिए चीजें जटिल होती चली गयी। तेरहवीं चाल तक गुकेश के पास एक घंटे की बढ़त थी और उन्होंने सिर्फ चार मिनट खर्च किये थे । लिरेन ने दूसरी तरफ एक घंटा और छह मिनट लगा दिये थे। खेल के पहले 120 मिनट में से 40 चालों तक समय में कोई इजाफा नहीं किया जाता । बीच में मुकाबला जटिल होने से लिरेन पर असर पड़ा और गुकेश ने सटीक चालों से उन पर दबाव बढा दिया।
गुकेश ने वही रणनीति अपनाई जो पूर्व विश्व चैम्पियन रूस के व्लादिमीर क्रामनिक ने एक रैपिड मुकाबले में भारत के अर्जुन एरिगेसी के खिलाफ अपनाई थी । एरिगेसी ने हार से बाल बाल बचते हुए वह मुकाबला ड्रॉ कराया था जबकि गुकेश ने लिरेन की सहज गलतियों का फायदा उठाकर जीत दर्ज की। लिरेन के पास आखिरी नौ चाल के लिये सिर्फ दो मिनट और आखिरी 6 चाल के लिये सिर्फ 10 सेकंड बचे थे। आखिर में उनके पास समय ही बाकी नहीं रह गया। सफेद मोहरों से खेलते हुए जीत दर्ज करने के बाद गुकेश ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि हुत अच्छा लग रहा है। पिछले दो दिन मैं अपने खेल से खुश था। आज और अच्छा खेला। बोर्ड पर अच्छा लग रहा था और वह अपने प्रतिद्वंद्वी को हराने में कामयाब रहे।
(Inputs- PTI)