पेले के बाद एक और दिग्गज फुटबॉलर का निधन, इटली को EURO 2020 चैंपियन बनाने में निभाई थी अहम भूमिका
इटली के लिए 59 इंटरनेशनल मैच खेलने वाले और यूरो 2020 में टीम को चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाने वाले दिग्गज फुटबॉलर का कैंसर के कारण निधन हो गया।
दुनिया के दिग्गज और ब्राजील के महान फुटबॉलर पेले ने हाल ही में दुनिया को अलविदा कहा था। वहीं एक हफ्ते के बाद अब इटली के पूर्व फुटबॉल खिलाड़ी जियानलुका वियाली का 58 साल की उम्र में निधन हो गया। इटली के फुटबॉल महासंघ ने शुक्रवार को ट्वीट कर यह जानकारी दी। वियाली कुछ समय से कैंसर जैसी जटिल बीमारी से जूझ रहे थे। वियाली ने 2018 में बताया था कि उन्होंने अग्नाशय (Pancrease) के कैंसर के साथ एक साल की लंबी लड़ाई पूरी कर ली थी लेकिन दिसंबर 2021 में वह फिर से इसकी चपेट में आ गए थे। उसके बाद वह सही नहीं हो पाए और 6 जनवरी 2023 को उन्होंने अंतिम सांस ली।
पिछले साल मार्च में नेटफ्लिक्स पर एक डॉक्युमेंट्री में उन्होंने कहा था कि, मुझे पता है कि मैं बहुत ज्यादा बुजुर्ग होकर नहीं मरूंगा, लेकिन मैं ज्यादा से ज्यादा जीना चाहता हूं। फिलहाल इस वक्त मैं पहले से और ज्यादा कमजोर महसूस कर रहा हूं। बीमारी हमें बहुत कुछ सिखाती है और अपनी पहचान करवाती है। उन्होंने कैंसर को लेकर कहा था कि, यह अब मेरे आने-जाने का साथी है जिससे शायद मेरा पीछा मौत के बाद ही छूटेगा। कुछ ऐसा ही वियाली के साथ हुआ भी। कैंसर से एक लंबी लड़ाई के बाद उन्होंने दुनिया को अलविदा कहे दिया।
कैसा था वियाली का करियर?
वियाली ने 1985 से 1992 तक इटली की राष्ट्रीय टीम के लिए 59 मैच खेले और इसमें कुल16 गोल दागे। नेशनल टीम इटली के अलावा वह क्लब जुवेंटस और चेल्सी के साथ भी जुड़े रहे। चेल्सी में खिलाड़ी और प्रबंधक की भूमिका निभाने से पहले उन्होंने सम्पदोरिया और जुवेंटस दोनों को सीरी ए और यूरोपीय ट्राफियां जीतने में भी मदद की थीं। पिछले महीने वियाली को अपनी बीमारी के कारण मजबूरी में नेशनल टीम के साथ हेड ऑफ डेलिगेशन के रोल को छोड़ना पड़ा था।
नेशनल टीम के साथ अपने इस रोल में उनको अपने पूर्व साथी खिलाड़ी रॉबर्टो मैनकिनी का भी साथ मिला जो उनके साथ सम्पदोरिया में भी खेलते थे। दोनों स्ट्राइकर्स को द गोल ट्विन्स (The Goal Twins) कहा जाता था। दोनों की जोड़ी ने यूरो कप 2020 में इटली को ट्रॉफी भी दिलाई थी। दोनों ने इस जीत के साथ 29 साल पुरानी उस हार के गम को दूर किया जो यूरोपियन कप के फाइनल में बार्सिलोना द्वारा सम्पदोरिया को मिली हार के बाद मिला था। खास बात यह रही इटली ने यूरो कप का खिताब विम्बले स्टेडियम में जीता और यहीं 29 साल पहले द गोल ट्विन्स की टीम को हार मिली थी।