टोक्यो ओलंपिक चैंपियन एलेक्जेंडर ज्वेरेव दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से चोटिल होकर फ्रेंच ओपन के सेमीफाइनल से बाहर हो गए। इसके बाद उनके प्रतिद्वंदी राफेल नडाल को वॉकओवर मिल गया और वह एक बार फिर से फाइनल में पहुंचने में सफल रहे। वॉकओवर मिलने से नडाल फ्रेंच ओपन इतिहास में दूसरे सबसे उम्रदराज फाइनलिस्ट बन गए हैं। अब वह सबसे उम्रदराज चैम्पियन बनने की कोशिश करेंगे। नडाल ने 19 साल की उम्र में पहली फ्रेंच ओपन ट्राफी जीती थी और अब 36 साल की उम्र में 14वीं बार लाल बजरी पर और 22वां ग्रैंडस्लैम खिताब कब्जाना चाहेंगे। फाइनल में नडाल का मुकाबला क्रोएशिया के मारिन सिलिच और नॉर्वे के कैस्पर रूड के बीच होने वाले दूसरे सेमीफाइनल के विजेता से होगा।
ज्वेरेव बाएं पैर में चोट के कारण दूसरा सेट पूरा नहीं कर पाए:
नडाल और ज्वेरेव के बीच सेमीफाइनल मुकाबला काफी कड़ा रहा, जिसमें पहला सेट डेढ़ घंटे तक चला। इसे नडाल ने 7-6 से अपने नाम किया। दूसरा सेट भी डेढ़ घंटे बाद 6-6 की बराबरी पर था और टाईब्रेकर की ओर बढ़ रहा था लेकिन ज्वेरेव बेसलाइन पर गिर गये और पैर का टखना पकड़कर दर्द से कराहने लगे। एक ट्रेनर ज्वेरेव के पास आया और नडाल भी उनके पास पहुंच गये। ज्वेरेव को फिर कोर्ट से व्हीलचेयर पर ले जाया गया। कई मिनट बाद वह बैसाखी के सहारे कोर्ट पर आये और कहा कि उन्हें मैच से रिटायर होना पडे़गा। उन्होंने फिर चेयर अंपायर से हाथ मिलाया और नडाल को गले लगाया।
नडाल की नजर 14वें खिताब पर
राफेल नडाल आज तक एक बार भी फ्रेंच ओपन का फाइनल नहीं हारे है और उनकी नजर 14वें फ्रेंच ओपन खिताब पर है। स्पेनिश दिग्गज ने अब तक 13 बार फ्रेंच ओपन का खिताब जीता है। उन्होंने पहली बार 2005 में इस खिताब पर कब्जा किया था। उसके बाद उन्होंने एक के बाद एक 2006, 2007, 2008, 2010, 2011, 2012, 2013, 2014, 2017, 2018, 2019 और 2020 में भी बाजी मारी।