भारतीय महिला हॉकी टीम को एफआईएच वुमेंस वर्ल्ड कप के क्वार्टरफाइनल में जगह बनाने के लिए न्यूजीलैंड के खिलाफ जीत की जरूरत थी जो पूरी नहीं हो सकी। भारत ने पूल बी के अपने आखिरी मैच में कई मौकें गंवाए, जिसका खामियाजा उसे न्यूजीलैंड के खिलाफ 3-4 की शिकस्त के साथ भुगतना पड़ा। अच्छी बात ये है कि भारतीय टीम के लिए मौके अभी खत्म नहीं हुए हैं।
भारत के लिए एक मौका बाकी
भारतीय महिला टीम अपने ग्रुप में तीसरे स्थान पर रहते हुए क्रॉसओवर में जगह बनाने में सफल रही। न्यूजीलैंड की टीम सात अंक के साथ पूल बी में टॉप पर है। इंग्लैंड ने चार अंक के साथ दूसरा स्थान हासिल किया। भारत और चीन दोनों के दो-दो अंक हैं, पर भारत ने बेहतर गोल अंतर के आधार पर क्रॉसओवर के लिए क्वालीफाई किया। टूर्नामेंट के फॉर्मेट के मुताबिक चार पूल में टॉप पर रहने वाली चार टीमें सीधे क्वार्टर फाइनल में जगह बनाएंगी जबकि दूसरे और तीसरे स्थान पर रहने वाली टीमें क्रॉसओवर खेलेंगी। क्रॉसओवर मुकाबलों की विजेता टीम क्वार्टर फाइनल में प्रवेश करेंगी। भारत का सामना पूल सी में दूसरे स्थान पर रही को-होस्ट स्पेन से रविवार को होगा।
पेनल्टी कॉर्नर की कमजोरी ने भारत को हराया
भारत ने अगर कीवियों के खिलाफ मौके नहीं गंवाए होते तो टीम जीत हासिल कर सकती थी। भारतीय महिला टीम 15 पेनल्टी कॉर्नर में से सिर्फ एक पर ही गोल कर सकी। भारत के लिए वंदना कटारिया ने पहले क्वार्टर में चौथे मिनट में, लालरेमसियामी ने तीसरे क्वार्टर मे 44वें मिनट में और गुरजीत कौर ने चौथे क्वार्टर में 59वें मिनट में गोल दागे। न्यूजीलैंड की ओर से ओलीविया मैरी ने 12वें और 54वें मिनट में दो गोल किए वहीं टेसा योप ने 29वें मिनट में फ्रांसिस डेविस ने 32वें मिनट में एक-एक गोल किया। भारत को आखिरी मिनट में भी दो पेनल्टी कॉर्नर मिले थे, जिनपर गोल दागकर वह जीत दर्ज कर सकता था, लेकिन दोनों ही पेनल्टी कॉर्नर्स बेकार चले गए ।