FIFA World Cup 2022: 40 साल के इंतजार को खत्म करना चाहेगा पोलैंड, क्वार्टर-फाइनल में जाने के लिए पार करनी होगी फ्रांस की चुनौती
FIFA World Cup 2022: फीफा वर्ल्ड कप के प्री क्वार्टर-फाइनल में फ्रांस और पोलैंड के बीच रविवार को मुकाबला खेला जाएगा।
FIFA World Cup 2022: फीफा वर्ल्ड कप में रविवार को पोलैंड और फ्रांस के बीच प्री-क्वार्टर फाइनल मुकाबला खेला जाएगा। पूर्व वर्ल्ड चैंपियन फ्रांस इस मैच को जीतकर क्वार्टर-फाइनल में अपनी जगह बनाना जाहेगा। फ्रांस की टीम इस मैच में पोलैंड को हल्के में लेने की भूल नहीं करेगी। फ्रांस के कोच डिडिएर डेसचैम्प्स भी अपने खिलाड़ियों को पोलैंड और उनके दिग्गज खिलाड़ी रॉबर्ट लेवांडोव्स्की को कम नहीं आंकने की चेतावनी दे चुके हैं।
फ्रांस नहीं करेगा भूल
फ्रांस की टीम को ग्रुप चरण के आखिरी मुकाबले में ट्यूनीशिया जैसी कमजोर मानी जाने वाली टीम के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था। इस मैच में हालांकि डेसचैम्प्स ने अपने स्टार खिलाड़ियों को रेस्ट दिया था। एड्रिएन रैबियोट, किलियन एमबापे, ओस्मान डेम्बेले और एंटोनी ग्रीजमैन जैसे टीम के धुरंधर मैच के आखिरी क्षणों में मैदान में उतरे थे, लेकिन मैच में मिली हार ने फ्रांस के मनोबल को जरूर तोड़ा होगा, वहीं फ्रांस के टॉप प्लेयर्स इस मैच में कम थकान के साथ उतरेंगे और पोलैंड के खिलाफ जीत के दावेदार होंगे।
40 साल का इंतजार
फ्रांस की टीम 1986 विश्व कप में नॉकआउट चरण शुरू होने के बाद शुरुआती (नॉकआउट) मुकाबले में पांच बार जीती है। पोलैंड की टीम 36 साल में पहली बार नॉकआउट दौर में पहुंची है। टीम ने 1982 विश्व कप में फ्रांस को हराकर तीसरा स्थान हासिल किया और इसके 51 दिनों के बाद एक अन्य मैच में उनके खिलाफ एक और जीत दर्ज की थी। पोलैंड की टीम इसके बाद कभी फ्रांस को हराने में सफल नहीं हुई। टीम वर्ल्ड कप में फ्रांस को मात देकर 40 साल के जीत के इंतजार को खत्म करना चाहेगी। दोनों टीमों के बीच पिछला मुकाबला 2011 में खेला गया था।
मैच से पहले फ्रांस के कोच ने कहा ‘‘ यह ऐसी टीम नहीं है जिसके खिलाफ हम खेलने के आदी हैं। उनके पास अनुभवी खिलाड़ी हैं। अगर कोई एक नाम सबसे अलग है, तो वह लेवांडोव्स्की हैं, वह दुनिया के बेस्ट स्ट्राइकरों में से एक हैं। लेकिन टीम में और भी बेहतरीन खिलाड़ी हैं।’’ पोलैंड की सबसे बड़ी मजबूती उसके गोलकीपर वोज्शिएक स्जेसनी हैं। स्जेसनी ने सऊदी अरब और अर्जेंटीना के खिलाफ पेनल्टी का शानदार बचाव किया था। अर्जेंटीना के खिलाफ वह लियोनेल मेसी की किक को रोकने में सफल रहे थे। इस टूर्नामेंट में उन्होंने 18 गोल बचाए है, जो किसी भी अन्य गोलकीपर से अधिक हैं। लेवांडोव्स्की ने कहा कि फ्रांस के खिलाफ मुकाबला मुश्किल होगा लेकिन टीम पूरा जोर लगाएगी। उन्होंने कहा, ‘‘अंतिम 16 के दौर में पहुंचना हमारे लिए एक बड़ी उपलब्धि है। यह फ्रांस के खिलाफ मुश्किल होगा, हमें ध्यान केंद्रित रखने की आवश्यकता होगी।’’