A
Hindi News खेल अन्य खेल अपने आखिरी वर्ल्ड कप में पूरा हुआ मेसी का सपना, अर्जेंटीना ने फ्रांस को हराकर जीता तीसरा वर्ल्ड कप

अपने आखिरी वर्ल्ड कप में पूरा हुआ मेसी का सपना, अर्जेंटीना ने फ्रांस को हराकर जीता तीसरा वर्ल्ड कप

फीफा वर्ल्ड कप के फाइनल में अर्जेंटीना और फ्रांस के बीच मुकाबला 3-3 से बराबरी पर रहा।

FIFA World Cup 2022- India TV Hindi Image Source : GETTY FIFA World Cup 2022

FIFA World Cup Final: फीफा वर्ल्ड कप 2022 के फाइनल में फ्रांस और अर्जेंटीना की में कांटे का मुकाबला हुआ। 90 मिनट का मुकाबला समाप्त होने के बाद दोनों टीमें 2-2 से बराबरी पर रहीं। इसके बाद मैच एक्स्ट्रा टाइम में पहुंचा और दोनों टीमों ने 1-1 गोल और कर दिया। मैच 3-3 से बराबरी पर रहा और पेनल्टीज में अर्जेंटीना ने बाजी मार ली।

पेनल्टीज में अर्जेंटीना ने मारी बाजी

इस मैच में शुरू से ही अर्जेंटीना की टीम हावी रही थी। पहले हाफ में अर्जेंटीना ने 2-0 की बढ़त ले ली थी। इस मैच का पहला गोल लियोनेल मेसी ने पेनल्टी पर 23वें मिनट में किया। इसके बाद भी अर्जेंटीना की टीम ने फ्रांस को कोई मौका नहीं दिया और इसके बाद एंजेल डी मारिया ने 36वें मिनट में एक और गोल करके अपनी टीम की बढ़त को दोगुना कर दिया।

दूसरे हाफ में एमबाप्पे की आंधी

0-2 से पिछड़ रही फ्रांस की टीम ने दूसरे हाफ में अटैक करना शुरू कर दिया। खासकर कीलियन एम्बाप्पे ने अपना जलवा दिखाते हुए हारी हुई बाजी को पलट दिया। एमबाप्पे ने सबसे पहले 80वें मिनट में पेनल्टी पर गोल दागा। इसके बाद उन्होंने 2 ही मिनट के बाद 82वें मिनट में एक और तूफानी गोल दाग दिया।

एक्स्ट्रा टाइम में भी मुकाबला रहा बराबर

यहां से मुकाबला एक्स्ट्रा टाइम में चला गया और दोनों ही टीमों ने अटैक करना शुरू किया। लेकिन बाजी सबसे पहले मेसी ने ही मारी। मेसी ने इस मुकाबले के 108वें मिनट में शानदार गोल कर अपनी टीम को 3-2 से आगे कर दिया। अब अर्जेंटीना की जीत पक्की लग रही थी, लेकिन फिर उन्होंने एक गलती की और फ्रांस को पेनल्टी मिली। एमबाप्पे एक बार फिर नहीं चुके और मैच के 118वें मिनट में उन्होंने अपनी हैट्रिक पूरी की।

पेनल्टी में अर्जेंटीना ने मारी बाजी

अर्जेंटीना पेनल्टी शूटआउट में फ्रांस को 4 .2 से हराकर 36 साल बाद विश्व चैम्पियन बना। अपना आखिरी विश्व कप खेल रहे मेसी की अधूरी ख्वाहिश पूरी हो गई जिससे वह 2014 में चूक गए थे। डिएगो माराडोना (1986) के बाद उन्होंने अपनी टीम को विश्व कप दिलाकर महानतम खिलाड़ियों की सूची में अपना नाम दर्ज करा लिया। मैदान पर भारी तादाद में जमा दर्शकों और दुनिया भर में टीवी के सामने नजरें गड़ाए बैठे फुटबॉल प्रेमियों की सांसें रोक देने वाले रोमांचक मैच में पासा पल पल पलटता रहा।