FIFA World Cup 2022 के बारे में 5 अनोखी बातें, ऐसी टेक्नोलॉजी को देख उड़ जाएंगे होश
FIFA World Cup 2022: इस साल के फीफा वर्ल्ड कप के आयोजन के लिए कतर ने 220 बिलियन डॉलर का खर्च किया है।
FIFA World Cup 2022: फुटबॉल को यूरोप और साउथ अमेरिकी देशों के वर्चस्व वाले खेल के रूप में जाना जाता है। उनके पास इस तरह के भव्य टूर्नामेंटों की मेजबानी करने के लिए विशाल बुनियादी ढांचा है जिसे फीफा आमतौर पर पसंद करता है। लेकिन इस बार वर्ल्ड कप एशिया में खेला जा रहा है। यह पहली बार नहीं है जब वर्ल्ड कप की मेजबानी किसी एशियाई देश द्वारा की जा रही। 2002 में, जापान और साउथ कोरिया ने संयुक्त रूप से फीफा वर्ल्ड कप की मेजबानी की थी। कतर इस टूर्नामेंट की मेजबानी करने वाला दूसरा एशियाई देश है।
- तथ्य यह है कि कतर दिन के दौरान अत्यधिक उच्च तापमान का अनुभव करता है, फीफा विश्व कप 2022 के लिए मेजबान देश के बारे में ध्यान रखने वाली सबसे महत्वपूर्ण बातों में से एक है। कतर ने समस्या का समाधान करने के लिए एक साहसिक तरीका विकसित किया। पहली बार कोई देश फीफा विश्व कप की मेजबानी पूरी तरह एयर कंडीशनड स्टेडियमों में करवा रहा है। कतर के सभी आठ स्टेडियम पूरी तरह से वातानुकूलित हैं, यह सुनिश्चित करते हुए कि दर्शकों को देखने का आरामदायक अनुभव हो और खिलाड़ियों के पास मैदान पर खेलने के लिए अनुकूल परिस्थितियां हों।
- फीफा ने एक सेमी ऑटोमेटेड ऑफसाइड तकनीक को मंजूरी दी है जो VAR ऑफलाइन निर्णयों को 70 से 25 सेकंड तक कम कर देगी। गेंद और प्रत्येक खिलाड़ी को ट्रैक करने के लिए प्रत्येक स्टेडियम की छत पर बारह मल्टी-ट्रैकिंग कैमरे लगाए गए हैं।
- इस साल के वर्ल्ड कप के लिए कतर ने रास अबू में ऐसा स्टेडियम बनाया है जिसे एक स्थान से दूसरे स्थान पर ट्रांसपोर्ट किया जा सकता है। इस स्टेडियम का नाम स्टेडियम 974 है। इस स्टेडियम को करीब 40000 दर्शक एक बार में मैच देख सकते है। वहीं इस स्टेडियम को तैयार करने के लिए 974 पानी वाले जहाजों को रिसाइकल किया गया है।
- फीफा ने खिलाड़ियों के प्रदर्शन को ट्रेक करने के लिए एक एप तैयार किया है। इस एप में खिलाड़ियों के प्रदर्शन और विश्लेषण के जुड़ी सभी जानकारी मौजुद रहेगी। मैच के ठीक बाद खिलाड़ी इस एप की मदद से अपने प्रदर्शन की जानकारी ले सकते हैं।
- बुनियादी ढांचे पर खर्च किए गए पैसे, नए स्टेडियमों के निर्माण और पुराने स्टेडियम के नवीनीकरण को जोड़कर, कतर ने शीतकालीन वर्ल्ड कप की मेजबानी के लिए लगभग 220 बिलियन डॉलर का खर्च किया है, जो इसे अब तक का सबसे महंगा बना देता है। यह ब्राजील द्वारा 2014 विश्व कप की मेजबानी पर खर्च की गई राशि का लगभग 14.6 गुना है।