FIFA U-17 WC: इस साल का महिलाओं का अंडर 17 फीफा विश्व कप का आयोजन भारत में किया जा रहा है। भारत का पहला मुकाबला अमेरिका के साथ खेला गया। इस मुकाबले में भारत को 8-0 से हार का सामना करना पड़ा था। भारत का अगला मैच शुक्रवार को मोरक्को के खलाफ खेला जाएगा। पहले मैच में आठ गोल से मिली हार से मेजबान भारतीय टीम का मनोबल जरूर गिरा है लेकिन मोरक्को के खिलाफ शुक्रवार को फीफा महिला अंडर 17 विश्व कप के दूसरे ग्रुप मैच में टीम प्रतिष्ठा बचाने के लिए बेहतर प्रदर्शन की कोशिश करेगी। भारत को मंगलवार को पहले मैच में अमेरिका ने 8-0 से हराया था।
थॉमस डेनेरबी की टीम इस नतीजे को भुलाकर ग्रुप ए में मोरक्को के खिलाफ अंक जुटाना चाहेगी। भारत के लिए यह आसान नहीं होगा क्योंकि मोरक्को ने अफ्रीकी क्वालीफाइंग टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन करके इस टूर्नामेंट में जगह बनाई है। क्वालीफाइंग टूर्नामेंट में मोरक्को ने घाना को पेनल्टी शूटआउट में हराया था। दूसरी ओर भारत को मेजबान होने के नाते सीधे प्रवेश मिला है।
डेनेरबी ने कहा ,‘‘मोरक्को के खिलाफ हमारे पास मौका है। अगर सही खेल सके तो गोल हो पाएगा और हमें अंक मिल जाएंगे। हमारे पास जुझारूपन दिखाने के अलावा कोई चारा नहीं है।’’ भारत को 17 अक्टूबर को आखिरी ग्रुप मैच में ब्राजील जैसी दिग्गज टीम से खेलना है लिहाजा अंक बनाने का उसके पास यही मौका है। अमेरिका ने भारत के खिलाफ कॉर्नर किक पर कई गोल किए थे। भारत को अब उन गलतियों को दोहराने से बचना होगा ।
कोच ने कहा ,‘‘हमारी टीम रफ्तार का सामना कर सकती है लेकिन फुटबॉल सिर्फ रफ्तार का खेल नहीं है। इसमें सही समय पर सही फैसले भी लेने होते हैं। अमेरिका के खिलाफ हमें यही दिक्कत आई।’’ मोरक्को की टीम भारत के लिए अनजान है क्योंकि वे आयुवर्ग में अधिक अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेले हैं। मोरक्को को पहले मैच में ब्राजील ने 1-0 से हराया था। डेनेरबी ने कहा,‘‘हमने ब्राजील के खिलाफ उन्हें खेलते देखा। मोरक्को के खिलाफ गोल करना आसान नहीं होगा लेकिन हमें हर हालत में जीत दर्ज करनी है। हमें बिना किसी दबाव के खेलना होगा।’’