EXCLUSIVE: कॉमनवेल्थ गेम्स से आई भारतीय खिलाड़ियों के लिए बुरी खबर, खेले जाएंगे केवल 10 खेल
कॉमनवेल्थ गेम्स को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है। कॉमनवेल्थ गेम्स के वेन्यू को लेकर अभी तक कुछ भी तय नहीं हो पाया है। इस बीच खबर आ रही है कि अगले कॉमनवेल्थ गेम्स में सिर्फ 10 खेल ही शामिल होंगे।
Commonwealth Games 2026: दुनिया के सबसे बड़े खेल आयोजन में से एक कॉमनवेल्थ गेम्स का अगला संस्करण 2026 में खेला जाना है। हालांकि अभी तक इस गेम्स के वेन्यू को लेकर अभी तक कुछ भी साफ नहीं हो पाया है। कॉमनवेल्थ गेम्स के 23वें संस्करण की मेजबानी पहले ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया स्टेट में होनी थी लेकिन वहां की सरकार के इनकार के बाद अब इन गेम्स के स्कॉटलैंड की राजधानी ग्लास्गो में आयोजित होने की संभावना जताई जा रही है।
इस बीच कॉमनवेल्थ गेम्स 2026 को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है। दरअसल, कॉमनेल्थ गेम्स फेडरेशन (सीजीएफ) की सीईओ केटी सैडलेयर इन दिनों भारत में हैं। सैडलेयर की रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) के अध्यक्ष संजय सिंह से मीटिंग हुई। इस मीटिंग में 2026 कॉमनवेल्थ गेम्स में रेसलिंग को फिर से शामिल करने को लेकर चर्चा की गई।
हट सकते हैं 10 खेल
दरअसल, रेसलिंग को 2026 कॉमनवेल्थ से बाहर कर दिया गया था। इस फैसले से दुनियाभर के पहलवानों को बड़ा झटका लगा था। अब खबर आ रही है कि अगले कॉमनवेल्थ गेम्स में रेसलिंग ही नहीं बल्कि कई अन्य खेल भी शामिल नहीं होंगे। इंडिया टीवी को मिली एक्सक्लूसिव जानकारी में ये बात सामने निकलकर आई है कि ग्लास्गो में अगर कॉमनवेल्थ गेम्स होते हैं तो इसमें सिर्फ 10 खेल ही शामिल होंगे। ये उन एथलीटों के लिए एक बड़ा झटका है जो पिछले कई सालों से इन गेम्स की तैयारियों में जुटे हैं। पिछली बार कॉमनवेल्थ गेम्स का आयोजन बर्मिंघम में साल 2022 में हुआ था जिसमें 20 खेल शामिल थे।
रेसलिंग के 2026 कॉमनवेल्थ गेम्स में शामिल होने की संभावनाओं के बारे में पूछे जाने पर रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) के अध्यक्ष संजय सिंह ने कहा कि कॉमनवेल्थ गेम्स के साथ हुई सीईओ बैठक में पता चला है कि ग्लासगो में आयोजक कह रहे हैं कि वे 10 से ज्यादा खेल आयोजित नहीं कर पाएंगे और कौन से खेल शामिल होंगे, इस पर अभी अंतिम फैसला होना बाकी है। कॉमनवेल्थ गेम्स में रेसलिंग के शामिल होने की अभी भी 50-50 प्रतिशत संभावना है।
एथलीटों के लिए बुरी खबर
कॉमनवेल्थ गेम्स पहले ही कुश्ती, तीरंदाजी और जूड़ो को हटा चुकी है। ऐसे में 10 और खेल हटने से दुनियाभर के एथलीटों को बड़ा झटका लग सकता है। बता दें, पिछली बार कॉमनवेल्थ गेम्स में क्रिकेट का भी आयोजन हुआ था जिसमें भारतीय महिला क्रिकेट ने टीम हिस्सा लिया था। भारतीय महिला टीम ने सिल्वर मेडल अपने नाम किया।
गौरतलब है कि कॉमनवेल्थ गेम्स का आयोजन हर 4 साल बाद होता है। भारत भी साल 2010 में इन गेम्स की मेजबानी कर चुका है। साल 2010 में भारत के नई दिल्ली में कॉमनवेल्थ गेम्स आयोजित हुए थे। कॉमनवेल्थ गेम्स में वो देश हिस्सा लेते हैं जिन पर कभी ब्रिटेन का शासन रहा था।