Dilip Tirkey Hockey India President: एक खास घटनाक्रम में हॉकी इंडिया को वक्त से एक हफ्ते पहले उसका नया अध्यक्ष मिल गया। खास बात ये कि इस बार इस महत्वपूर्ण पद पर बैठने वाला शख्स कोई राजनेता या प्रशासक भर नहीं है। उनके पास भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय मंच पर खेलने का भी जबरदस्त अनुभव रहा है।
दिलीप टिर्की बने हॉकी इंडिया के नए अध्यक्ष
भारत के पूर्व कप्तान दिलीप टिर्की को शुक्रवार को निर्विरोध हॉकी इंडिया का नया अध्यक्ष चुन लिया गया। हॉकी इंडिया के चुनाव एक अक्टूबर को होने थे लेकिन नतीजे पहले ही घोषित कर दिये गए क्योंकि किसी पद के लिये कोई उम्मीदवार नहीं था। नतीजतन हॉकी महासंघ के संविधान के तहत निवर्तमान उम्मीदवार ही निर्विरोध चुने गए।
अध्यक्ष पद के 2 दावेदारों ने लिए अपने नाम वापस
शुरुआत में हॉकी इंडिया के अध्यक्ष पद के लिए टिर्की के साथ दो और उम्मीदवार मैदान में थे। लेकिन उत्तर प्रदेश हॉकी संघ के प्रमुख राकेश कत्याल और हॉकी झारखंड के भोला नाथ सिंह ने बाद में नाम वापस ले लिया जिसके बाद टिर्की को निर्विरोध अध्यक्ष चुना गया। भोला नाथ महासचिव चुने गए।
इंटरनेशनल हॉकी फेडरेशन से चुनाव को मिली मंजूरी
अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ ने टिर्की और उनकी टीम के चुनाव को मंजूरी दे दी है। एफआईएच ने एक पत्र में लिखा कि जब किसी पद के लिये उम्मीदवार पद की संख्या से कम या बराबर हों तो माना जाता है कि उन्हें निर्विरोध चुना गया है। एफआईएच ने पत्र में आगे लिखा, ‘‘इसलिये हमें यह देखकर खुशी हो रही है कि हॉकी इंडिया का कार्यकारी बोर्ड चुन लिया गया है जिसकी जानकारी हॉकी इंडिया की वेबसाइट पर है और सभी पदों के लिये चुनाव निर्विरोध हुए।”
दिलीप टिर्की के पास फील्ड हॉकी का जबरदस्त अनुभव
पूर्व भारतीय कप्तान दिलीप टिर्की ने 1995 में इंग्लैंड के खिलाफ डेब्यू किया था। उन्होंने 1996 अटलांटा, 2000 सिडनी और 2004 एथेंस ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने कुल 412 इंटरनेशनल मैच में भारत का प्रतिनिधित्व किया। वे तीन ओलंपिक खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले इकलौते आदिवासी खिलाड़ी रहे। उन्होंने 2 मई 2010 को इंटरनेशनल हॉकी से संन्यास लेने का ऐलान किया।