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Hindi News खेल अन्य खेल Davis Cup 2022: ग्रास कोर्ट पर तेज और निचली उछाल से भारत का डेनमार्क पर पलड़ा रहेगा भारी

Davis Cup 2022: ग्रास कोर्ट पर तेज और निचली उछाल से भारत का डेनमार्क पर पलड़ा रहेगा भारी

भारत के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी युकी भांबरी ने टीम में वापसी की है जिससे मेजबान टीम को फायदा मिलेगा। घुटने की चोट के कारण पिछले चार साल वह बाहर रहे और भारत को उनकी कमी खूब खली।

Davis Cup 2022, India, Denmark, India vs Denmark, Tennis, sports- India TV Hindi Image Source : GETTY Yuki Bhambri

Highlights

  • भारत की डेविस कप टीम डेनमार्क के खिलाफ प्लेआफ मुकाबले में प्रबल दावेदार के रूप में उतरेगी
  • भारत के लिये पहला एकल मुकाबला रामकुमार रामनाथन खेलेंगे

निचली उछाल और तेज ग्रासकोर्ट के कारण भारत की डेविस कप टीम डेनमार्क के खिलाफ शुक्रवार से शुरू होने वाले विश्व ग्रुप प्लेआफ मुकाबले में प्रबल दावेदार के रूप में उतरेगी। भारत के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी युकी भांबरी ने टीम में वापसी की है जिससे मेजबान टीम को फायदा मिलेगा। घुटने की चोट के कारण पिछले चार साल वह बाहर रहे और भारत को उनकी कमी खूब खली। 

भारत के लिये पहला एकल मुकाबला रामकुमार रामनाथन खेलेंगे जिनका सामना दुनिया के 824 नंबर के खिलाड़ी क्रिस्टियन सिग्सगार्ड से होगा। एटीपी टूर पर ग्रासकोर्ट का अनुभव होने के कारण रामकुमार को दिक्कत नहीं आनी चाहिये। युकी का सामना 305वीं रैंकिंग वाले मिकाले टोर्पेगार्ड से होगा। होल्गर रूने (88वीं रैंकिंग) के नाम वापिस नहीं लेने पर भारत के लिये दिक्कत हो सकती थी। 

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रैंकिंग के आधार पर भारतीय टीम मजबूत है लेकिन डेविस कप में खिलाड़ी अप्रत्याशित प्रदर्शन कर सकते हैं लिहाजा सब कुछ मैच के दिन पर निर्भर करेगा। भारतीय कप्तान रोहित राजपाल ने कहा ,‘‘ इस कोर्ट पर उछाल नीची रहेगी। हम ग्रासकोर्ट विशेषज्ञों और स्थानीय मालियों से बात करके जानने की कोशिश करेंगे कि कितनी रोलिंग की जरूरत है। उम्मीद है कि हम इस पर अच्छा खेल सकेंगे।’’ 

नीची उछाल होने के कारण ही प्रजनेश गुणेश्वरन की जगह युकी को एकल में उतारने का फैसला किया गया क्योंकि यह उनके अनुकूल कोर्ट है। रोहन बोपन्ना और रामकुमार साथ खेलते हैं लेकिन भारतीय कप्तान ने युगल में बोपन्ना के साथ दिविज शरण को चुना। उन्होंने कहा कि तीन मैच खिलाकर वह रामकुमार पर शारीरिक और मानसिक दबाव नहीं बनाना चाहते। 

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बोपन्ना ने कहा कि बीस साल से सर्किट पर खेलने के बाद अब उन्हें फर्क नहीं पड़ता कि उनके साथ बायें हाथ का जोड़ीदार है या दाहिने हाथ का। उन्होंने कहा ,‘‘ मेरा फोकस अपने प्रदर्शन पर है। बीस साल के कैरियर में इतने जोड़ीदार बदले हैं कि अब फर्क नहीं पड़ता। अपने आप तालमेल बन जाता है।’’ भारत विश्व ग्रुप वन के पहले दौर में फिनलैंड से हारने के बाद प्लेआफ में पहुंचा जबकि डेनमार्क मोरक्को को विश्व ग्रुप टू मुकाबले में हराकर यहां पहुंचा है। भारत और डेनमार्क 1984 के बाद पहली बार खेल रहे हैं। उस समय भारत ने डेनमार्क को 3.2 से हराया था।