CWG 2022: भारत के इन दो दोस्तों ने इंग्लैंड में लहराया तिरंगा, कॉमनवेल्थ गेम्स में एक ही दिन जीता ऐतिहासिक गोल्ड
CWG 2022: जेरेमी लालरिनुंगा और अचिंता शेउली ने वेटलिफ्टिंग में अपने-अपने भारवर्ग में नए रिकॉर्ड के साथ गोल्ड मेडल जीता।
Highlights
- जेरेमी ने 67 किग्रा भारवर्ग में 300 किलो का वजन उठाया
- अचिंता ने 73 किग्रा भारवर्ग में कुल 313 किलो वजन उठाया
- दोनों ने अपने पहले कॉमनवेल्थ खेलों में गोल्ड जीता
CWG 2022: जेरेमी लालरिनुंगा और अचिंता शेउली अब शायद ही किसी परिचय के मोहताज हों। देश के दो अलग-अलग राज्यों से आने वाले इन युवाओं ने महज 19 और 20 साल की उम्र में इंग्लैंड में इतिहास रच दिया है। बर्मिंघम में जारी 22वें राष्ट्रमंडल खेलों का तीसरा दिन इन दोनों दोस्तों के नाम रहा। जेरेमी ने जहां वेटलिफ्टिंग के 67 किग्रा भारवर्ग में गोल्ड जीतकर दिन की शुरुआत की, तो वहीं दिन खत्म होने पर अचिंता ने 73 किलो भारवर्ग में पीला तमगा अपने गले में ले लिया।
अब आते हैं दोनों की दोस्ती पर। भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर जेरेमी और अचिंता की बहुत पुरानी फोटो शेयर की है। इसमें दोनों खिलाड़ी एक-दूसरे के साथ किसी अकादमी में बैठे नजर आ रहे हैं। साई ने तस्वीर के साथ कैप्शन डालते हुए लिखा कि एक फ्रेम और इतिहास रचने वाले दो लोग। इसमें आगे लिखा, "जेरेमी 2018 में यूथ ओलंपिक में गोल्ड जीतने वाले पहले भारतीय थे। जबकि अचिंता 2021 में जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप में पदक (सिल्वर) जीतने वाले पहले भारतीय पुरुष खिलाड़ी बने थे।"
ये तो बात हो गई दोनों खिलाड़ियों के पुरानी उपलब्धियों की। अब आइए जानते हैं कि इन दोनों स्टार खिलाड़ियों ने कॉमनवेल्थ गेम्स में क्या कमाल किया है। जेरेमी और अचिंता पहली बार कॉमनवेल्थ खेलों में हिस्सा ले रहे थे। सीनियर स्तर पर यह इन दोनों के लिए सबसे बड़ा इवेंट था और वे खुद भी इसकी अहमीयत जानते थे। उन्होंने मैट पर पहुंचने के बाद अपनी पूरी ट्रेनिंग और युवा जोश के साथ संयम का भरपूर प्रदर्शन करते हुए अपने पहले कॉमनवेल्थ खेलों में ही गोल्ड मेडल पर कब्जा जमा लिया।
जेरेमी ने बनाया नया कॉमनवेल्थ रिकॉर्ड
भारत के पूर्वोत्तर राज्य मिजोरम के 19 साल के जेरेमी ने सबसे पहले कमाल किया। उन्होंने सबसे पहले स्नैच राउंड में बाकी खिलाड़ियों की तुलना में ज्यादा वजन का टार्गेट सेट किया। इसके बाद पहले प्रयास में आसानी से 136 किलो का भार उठा लिया। जेरेमी यहीं नहीं रूके और उन्होंने दूसरे प्रयास में 140 का वजन उठाकर कॉमनवेल्थ खेलों का नया रिकॉर्ड बना दिया। भारतीय खिलाड़ी ने हालांकि आखिरी प्रयास में 143 किलो का भार भी उठाने की कोशिश की थी, लेकिन इसमें वह चूक गए।
जेरेमी ने दर्द के बावजूद सबसे अधिक वजन उठाकर इतिहास बनाया
जेरेमी ने स्नैच राउंड में बढ़त लेने के बाद क्लीन एंड जर्क में भी अपना दबदबा कायम रखा। स्टार खिलाड़ी ने पहले प्रयास में 154 किलो का वजन उठाया। हालांकि वह इसके बाद दर्द में दिखे और ऐसा लगा कि वह आगे जारी नहीं रख पाएंगे। लेकिन जेरेमी ने सभी को हैरान करते हुए दूसरे प्रयास में 160 का वजन उठाकर इतिहास रच दिया। दर्द के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और तीसरे प्रयास में 165 किलो वजन उठाने की कोशिश की, लेकिन इस बार वह खुद को संभाल नहीं पाए। जेरेमी ने हालांकि इसके बावजूद कुल मिलाकर 300 किलो का भार उठाया और कॉमनवेल्थ रिकॉर्ड बनाने में कामयाब रहे।
अचिंता ने स्नैच राउंड में बनाया गेम्स रिकॉर्ड
भारत के पूर्वी प्रदेश बंगाल से आने वाले 20 साल के अचिंता ने भी रविवार को देर रात हुए अपने इवेंट में अपने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए खूब वाहवाह लूटी। उन्होंने अपने भारवर्ग में कुल 313 किलो वजन उठाकर राष्ट्रमंडल खेलों का रिकॉर्ड अपने नाम किया। उन्होंने स्नैच में 143 किलो वजन उठाया जो राष्ट्रमंडल खेलों का नया रिकॉर्ड है। इसके बाद उन्होंने क्लीन एंड जर्क में 170 किलो का भार उठाया। उन्होंने दूसरे नंबर पर रहे अपने विपक्षी खिलाड़ी से 10 किलो ज्यादा का वजन उठाया। वह दोनों राउंड को मिलाकर कुल छह प्रयासों में सिर्फ एक बार ही चूके। उन्होंने स्नैच राउंड के तीसरे प्रयास में 143 किलो का वजन उठाया तो वहीं क्लीन एंड जर्क राउंड में भी उन्होंने आखिरी प्रयास में सबसे ज्यादा 170 किलो का वजन उठाया।