CWG 2022: कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में भारतीय मुक्केबाजों ने गोल्ड पर पंच लगाना शुरू कर दिया है। खेलों के दसवें दिन भारत के दो मुक्केबाजों ने बैक टू गोल्ड मेडल जीतकर कमाल कर दिया। पहले कॉमनवेल्थ गेम्स में डेब्यू कर रही नीतू घणघस ने स्वर्ण पदक अपने नाम किया और उनके बाद अमित पंघाल ने गोल्डन पंच लगाया।
नीतू घणघस ने बॉक्सिंग में जीता पहला गोल्ड
भारतीय महिला मुक्केबाज नीतू घणसण ने 45-48 किलोग्राम मिनिमम वेट कैटेगरी में अपना दबदबा कायम रखते हुए फाइनल में इंग्लैंड की डेम-जेड रेस्टन को हराया। उन्होंने तीन राउंड में पूरे नौ मिनट तक चले मुकाबले में पूरा कंट्रोल बनाए रखा और विरोधी मुक्केबाज को कहीं भी कोई मौका नहीं दिया। नीतू ने तेज तर्रार, सटीक पंच लगाकर इंग्लैंड की बॉक्सर को पूरी तरह से बैरफुट पर धकेल दिया। उन्होंने इस बाउट को लगभग एकतरफा मुकाबले में 5-0 से जीतकर गोल्ड मेडल अपने नाम किया। यह भारत की झोली में आया 14वां गोल्ड मेडल था।
अमित पंघाल ने बॉक्सिंग में जीता दूसरा गोल्ड
नीतू के बाद रिंग में आने की बारी दूसरे भारतीय मुक्केबाज अमित पंघाल की थी। पंघाल ने 48-51 किलोग्राम फ्लाईवेट फाइनल मुकाबले में इंग्लैंड के मुक्केबाज कियारान मैकडोनाल्ड को शिकस्त दी। विश्व चैम्पियनशिप के रजत पदक विजेता और एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता पंघाल अपने छोटे कद के बावजूद मुकाबले में विरोधी मुक्केबाज से बेहतर नजर आए। उन्होंने यूरोपीय चैम्पियनशिप के रजत पदक विजेता मैकडोनल्ड कियारान को 5-0 के अंतर से मात दी। ये भारत के खाते में आया 15वां स्वर्ण पदक था।
पंघाल 2018 जकार्ता एशियन गेम्स के गोल्ड मेडलिस्ट रह चुके हैं। साथ ही, 2019 वर्ल्ड चैंपियनशिप में एक सिल्वर मेडल भी उनके नाम है। वहीं भारतीय मुक्केबाज 2019 एशियन चैंपियनशिप में गोल्ड 2021 में सिल्वर और 2017 में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम कर चुके हैं।
अब निकहत जरीन पर होंगी नजरें
अब रिंग में भारतीय महिला मुक्केबाज निकहत जरीन के उतरने की बारी है। वह रविवार को भारतीय समय के मुताबिक शाम सात बजे अपने फाइनल मुकाबले के लिए रिंग में प्रवेश करेंगी। निकहत 48-50 किलोग्राम लाइट फ्लाईवेट कैटेगरी के गोल्ड मेडल मैच में उत्तरी आयरलैंड की बॉक्सर नॉल कार्ले से भिड़ेंगी।