CWG 2022: भारत के अनुभवी स्क्वैश खिलाड़ी सौरव घोषाल ने इस बार के कॉमनवेल्थ गेम्स में पदक जीतकर इतिहास रच दिया है। 35 साल के सौरव ने गुरुवार को पुरुष एकल के ब्रॉन्ज मेडल मैच में इंग्लैंड के जेम्स विल्सट्रॉप को सीधे गेम में 3-0 से हराकर कांस्य पदक अपने नाम किया। दुनिया के 15वें नंबर के खिलाड़ी घोषाल ने मेजबान देश के दुनिया के 24वें नंबर के खिलाड़ी के खिलाफ 11-6, 11-1, 11-4 से आसान जीत दर्ज की। इस जीत के साथ ही घोषाल ने राष्ट्रमंडल खेलों में स्क्वैश के एकल स्पर्धा में भारत को पहला पदक दिला दिया। घोषाल का हालांकि राष्ट्रमंडल खेलों में यह दूसरा पदक है। लेकिन इससे पहले उन्होंने 2018 में गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों में दीपिका पल्लीकल के साथ मिलकर मिश्रित युगल का रजत पदक जीता था।
सौरव ने इंग्लैंड के चैंपियन खिलाड़ी को हराया
घोषाल के मैच की बात करें तो उन्होंने विल्सट्रॉप के खिलाफ शुरुआत से ही दबदबा बनाया और इंग्लैंड के खिलाड़ी के पास उनके खेल का कोई जवाब नहीं था। विल्सट्रॉप ने पहले गेम में घोषाल को टक्कर देने की कोशिश की लेकिन भारतीय खिलाड़ी ने उन्हें अंक बनाने के अधिक मौके नहीं दिए। दूसरे गेम में तो विल्सट्रॉप की भूमिका सिर्फ एक दर्शक जैसी रही और मेजबान देश का खिलाड़ी पूरे गेम में सिर्फ एक ही अंक जुटा पाया। तीसरे गेम में भी स्थिति में अधिक बदलाव देखने को नहीं मिला और घोषाल ने दबदबा कायम रखते हुए कांस्य पदक अपने नाम किया।
दिनेश कार्तिक ने बताया चैंपियन
सौरव की इस उपलब्धि पर भारतीय क्रिकेटर दिनेश कार्तिक ने उनकी जमकर तारीफ की। कार्तिक ने घोषाल को चैंपियन खिलाड़ी बताते हुए उनकी जीत पर बधाई दी। कार्तिक ने ट्वीट करते हुए लिखा, "राष्ट्रमंडल खेलों में भारत का अब तक का पहला एकल पदक विजेता। वह पिछले राष्ट्रमंडल खेलों के पहले दौर में हार गए, लेकिन एकल पदक जीतने के लिए उन्होंने 4 साल इंतजार किया और फिटनेस के साथ-साथ विश्वास और जुनून बनाए रखा। कार्तिक ने आगे लिखा, "आप एक वास्तविक चैंपियन हैं और सभी के लिए प्रेरणा हैं। भगवान भला करें।"
पीएम मोदी ने भी दी बधाई
सौरव घोषाल की जीत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बधाई दी। प्रधानमंत्री ने राष्ट्रमंडल खेलों में स्क्वाश एकल स्पर्धा में भारत को पहला पदक दिलाने वाले घोषाल की तारीफ करते हुए लिखा, "सौरव घोषाल को सफलता की नयी ऊंचाइयां छूते देखना अच्छा है। बर्मिंघम में जीता यह कांस्य पदक खास है। उन्हें बधाई। उम्मीद है कि इससे भारतीय युवाओं में स्क्वैश की लोकप्रियता बढेगी।"